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मुरादाबाद में झोलाछाप की क्लीनिक से मिलीं नशीली दवाएं, पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर झोलाछाप को किया गिरफ्तार

Moradabad Pharmaceutical Department Raid औषधि विभाग की टीम ने मझोला थाना क्षेत्र के जयंतीपुर में झोलाछाप के क्लीनिक पर छापा मारा जहां सात लाख रुपये की नशीली दवाएं बरामद किया है। मझोला थाने में झोलाछाप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और झोलाछाप को गिरफ्तार कर लिया है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Fri, 17 Sep 2021 04:02 PM (IST)Updated: Fri, 17 Sep 2021 04:02 PM (IST)
मुरादाबाद में झोलाछाप की क्लीनिक से मिलीं नशीली दवाएं, पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर झोलाछाप को किया गिरफ्तार
जयंतीपुर स्थित झोलाछाप के क्लीनिक से दवा बरामद, गांव तक की दुकानों पर दवा की होती थी आपूर्ति।

मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Pharmaceutical Department Raid : औषधि विभाग की टीम ने मझोला थाना क्षेत्र के जयंतीपुर में झोलाछाप के क्लीनिक पर छापा मारा, जहां सात लाख रुपये की नशीली दवाएं बरामद किया है। औषधि निरीक्षक की तहरीर पर मझोला थाने में झोलाछाप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और झोलाछाप को गिरफ्तार कर लिया है। अवैध रूप से दवाओं का कारोबार चलता रहा विभाग को जानकारी भी नहीं हुई। गुरुवार को औषधि विभाग की टीम को सूचना मिली कि जयंतीपुर में बिना लाइसेंस के दवा का कारोबार किया जा रहा है।

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सूचना मिलने के बाद कार्रवाई के लिए सहायक आयुक्त औषधि दीपक शर्मा ने औषधि निरीक्षक मुरादाबाद मुकेश जैन, औषधि निरीक्षक रामपुर उर्मिला वर्मा, औषधि निरीक्षक अमरोहा राजेश कुमार की संयुक्त टीम बनाई। साथ में मझोला पुलिस टीम को लेकर जयंतीपुर ब्रह्मपुरी गली नंबर 13 में रोजिया हेल्थ क्लीनिक पर छापामारा। जहां जाकिर नाम व्यक्ति मरीज को इंजेक्शन लगाते हुए मिला। क्लीनिक की जांच करने पर 13 बड़े डिब्बाें में दवा मिली।

टीम ने जाकिर से दवा रखने और बिक्री का लाइसेंस मांगा तो उसने बताया कि उसके पास लाइसेंस नहीं है। डिब्बों में रखी दवा की जांच करने पर नशीली दवाएं मिलीं। इनकी कीमत करीब सात लाख रुपये बताई जा रही है। इन दवाओं को चिकित्सक बड़े आपरेशन के बाद रोगियों को देते हैं। कुछ दवाइयां मानिसक रोगियों को भी दी जाती हैं। ये सभी दवाई अफीम जैसे नशीले पदार्थ से तैयार होती हैं। इन दवाओं की बिक्री बिना चिकित्सक के पर्चे के नहीं की जा सकती।

रामपुर से लाते थे दवाइयांः पूछताछ के बाद जाकिर ने बताया कि वह रामपुर से दवाई खरीद कर लाता था। पुलिस को रामपुर में दवा की आपूर्ति करने वाले व्यक्ति के बारे में जानकारी दी है। पुलिस ने संबंधित व्यक्ति की तलाश तो वह वहां नहीं मिला। पुलिस ने उसकी तलाश के लिए मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा दिया है।

एजेंट के द्वारा गांव-गांव के दवाओं दुकानों पर कराता था आपूर्तिः जाकिर ने बताया कि नशीली दवाओं की आपूर्ति करने के लिए उसने एजेंट रखा हुआ था। जो मोटरसाइकिल द्वारा गांव-गांव के दवा दुकानदारों को दवाओं की आपूर्ति करता है। पुलिस एजेंट की भी तलाश कर रही है।

नशेड़ी करते हैं दवा का प्रयोगः इन दवाओं की बिक्री अवैध रूप मोटा मुनाफा कमाने के लिए की जाती है। बिना बिल के दवा दुकानों पर पहुंचने के के बाद नशेड़ी व्यक्ति दवा खरीदते हैं। तीन रुपये की दवा दुकानदार तीस रुपये तक में बेचते हैं। झोलाछाप ने रोजिया हेल्थ क्लीनिक का बोर्ड लगा रखा था, जिसमें अपनी डिग्री बीएएमएस, एमडी (लखनऊ), पूर्व चिकित्सक मेडिकल कालेज लिखा हुआ था। इसके साथ ही मेडिकल स्टोर के लिए गुप्ता एंड गोयल जनरल फिजिशियन लिख रखा है।

क्या कहते हैं अधिकारीः औषधि निरीक्षक मुकेश जैन ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार ने जाकिर ने सभी डिग्री को फर्जी होना बताया। वह ठीक तरह से लिख भी नहीं पाता है। टीम ने पांच दवाओं का नमूना लेकर जांच के लिए राजकीय प्रयोगशाला भेजा है। गिरफ्तार व्यक्ति के खिलाफ नशीली दवा रखने, बिना लाइसेंस का दवा रखने और बिक्री करने आरोप में मझोला थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है। औषधि विभाग न्यायालय ने जाकिर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।


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