मुरादाबाद में फिर आ सकती है बाढ़, बचने के नहीं किए गए कोई इंतजाम, अटल घाट पर लगाए गए हैं रेत के बोरे
Moradabad News गुलाबबाड़ी में रामगंगा किनारे पिछले साल नवंबर माह से निर्माणाधीन अटल घाट बिना रिटर्निंग बाल के बाढ़ की चपेट में आ सकता है। एक करोड़ की लागत से बनने वाले अटल घाट को अफसरों ने आर्किटेक्ट से डिजाइन कराया था।
मुरादाबाद, जेएनएन। Flood Alert in Moradabad : गुलाबबाड़ी में रामगंगा किनारे पिछले साल नवंबर माह से निर्माणाधीन अटल घाट बिना रिटर्निंग बाल के बाढ़ की चपेट में आ सकता है। एक करोड़ की लागत से बनने वाले अटल घाट को अफसरों ने आर्किटेक्ट से डिजाइन कराया था। लेकिन, रामगंगा के कटान व बाढ़ से बचाव के इंतजाम नहीं कराए जा रहे हैं। अफसरों की लेटलतीफी से एक झटके में अटल घाट को बाढ़ बहा ले जाएगी। अटल घाट निर्माण के साथ-साथ भी रिटर्निंग बाल व रामगंगा में सीढ़ियां उतारने की डिजाइन भी तैयार कराई गई थी।
मानसून आने में अब 15 दिन शेष हैं। जिससे अटल घाट की ओर अगर कटान हुआ तो इसके बहने के आसार हैं। सर्दियों में हुई बारिश से रामगंगा के उफान मारने पर रेत की बोरियां लगाई गई थीं। अटल घाट व रिटर्निंग बाल पर दो करोड़ का खर्च होने पर एक ही काम के दो टेंडर बजट के अभाव में निकाले गए। जिसमें अटल घाट का टेंडर निकालकर नवंबर माह से काम जारी है। लेकिन, रिटर्निंग बाल का काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है। जिससे बरसात में रेत की बोरी से रामगंगा के कटान को रोकना मुश्किल हो जाएगा। रिटर्निंग बाल के लिए सर्वे हो चुका और डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार हो चुकी है। एक करोड़ रुपये से 70 मीटर लंबी रिटर्निंग बाल का बजट के अभाव में अभी तक टेंडर तक नहीं हो पाया है।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी की स्मृति में तैयार हो रहा घाटः गुलाबबाड़ी स्थित अटल घाट पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल विहारी वाजपेयी की स्मृति में तैयार हो रहा है। जयपुर में संगमरमर की सिंगल पत्थर में प्रतिमा भी तैयार हो चुकी है और जून में प्रतिमा आने की उम्मीद है। गुलाबबाड़ी में अगस्त 2018 में स्व.अटल विहारी वाजपेयी का निधन हुआ था और देश की प्रमुख नदियों में अटल जी की अस्थि विसर्जन कार्यक्रम हुआ था। इसी के तहत मुरादाबाद में भी उनके पार्थिव शरीर की कुछ राख अस्थियों के अंश रामगंगा में प्रभावित किए गए थे।
अटल घाट पर होने वाले कामः फव्वारा, आधुनिक लाइट, पार्क, बच्चों के लिए झूले, बैंच और घास, पौधे लगाए जाएंगे। पुरुष व महिला के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए जा रहे हैं।
खास बातें
-70 मीटर रिटर्निंग बाल बनेगी
-पांच फीट नीचे रामगंगा में पाइलिंग होगी
-आठ फीट ऊंची दीवार बनेगी
-डेढ़ फीट मोटी रिटर्निंग बाल बनेगी।
-रिटर्निंग बाल के बीच से घाट बनाया जाएगा। जिसमें सीढ़ियां उतरेंगी।
मानसून के बाद ही शुरू हो पाएगा कामः अभी रिटर्निंग बाल के लिए बजट 15वें वित्त की बैठक मंजूर होगा। इसके बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। जिसमें डेढ़ से दो महीने लग जाएंगे। तब तक मानसून आ जाएगा और मानसून में निर्माण कार्य बंद रहते हैं। ऐसे में अटल घाट रामगंगा केे कटान के कारण खतरे में पड़ना लाजमी है।
नगर निगम के मुख्य अभियंता डीसी सचान ने बताया कि बजट के कारण दो भागों में अटल घाट व रिटर्निंग बाल को लिया गया था। 15वें वित्त की धनराशि शासन से मिल चुकी है। 15वें वित्त की बैठक शीघ्र बुलाए जाने की उम्मीद है। इसमें मंजूरी मिलने के बाद टेंडर निकाला जाएगा। अभी रेत की बोरियों से अटल घाट का बचाव किया जा रहा है।