मुरादाबाद नगर निगम ने दो फैक्ट्रियों समेत तीन प्रतिष्ठानों से 26 लाख रुपये वसूले
मुरादाबाद नगर निगम एक लाख 28 हजार घरों से टैक्स वसूली करता है। कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले साल कर वसूली ही नहीं हो पाई। यह धनराशि महानगर के विकास पर खर्च होती है। इसलिए कई विकास कार्य भी प्रभावित रहे।
मुरादाबाद, जेएनएन। नगर आयुक्त संजय चौहान के निर्देश पर टीम ने दो फैक्ट्रियों समेत तीन प्रतिष्ठानों से 26 लाख रुपये की वसूली कर ली है। इनमें एक व्यापारी के प्रतिष्ठान को सील कर दिया गया था। लेकिन, शाम को उसके चार लाख जमा करने पर सील खोल दी गई है।
नगर आयुक्त का कहना है कि कर वसूली में कोई शिथिलता बर्दाश्त नहीं होगी। इसलिए करदाताओं से अनुरोध है कि वह खुद ही जमा करें। हमें वसूले के लिए टीम उनके यहां भेजने की नौबत ही नहीं आए। मुरादाबाद नगर निगम एक लाख 28 हजार घरों से टैक्स वसूली करता है। कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले साल कर वसूली ही नहीं हो पाई। यह धनराशि महानगर के विकास पर खर्च होती है। इसलिए कई विकास कार्य भी प्रभावित रहे। निगम ने अब वसूली के लिए अभियान चला रखा है। निगम के कर अधीक्षक राजेश कुमार सोनकर की अगुवाई में शनिवार को टीम दिल्ली रोड पर वसूली के लिए निकली। कर अधीक्षक ने बताया कि आकृति हैंडीक्राफ्ट पर कर के 13 लाख 57 हजार 837 रुपये बकाए थे। इसके अलावा डीबीए एक्पोर्ट इंडिया फर्म पर आठ लाख 54 हजार 259 रुपये बकाया चल रहे थे। यह दोनों की फर्में अनूप शंखधार की हैं। फर्म मालिक ने दोनों फर्मों का कर जमा करा दिया गया। टीम दिल्ली रोड स्थित अनुज कोहली के प्रतिष्ठान पर पहुंची। उन पर पांच लाख 17 हजार 370 रुपये की बकाएदारी थी। बकाया जमा न करने पर उनके प्रतिष्ठान को सील कर दिया गया। लेकिन, शाम को उन्होंने चार लाख रुपये कर की धनराशि जमा करा दी। इसकी वजह से उनकी सील खुलवा दी गई है। कर अधीक्षक ने बताया कि निगम के कर का करीब 10 करोड़ बकाया है। हमने तीन दिन से अभियान में 90 लाख रुपये की वसूली की है। कर वसूली का अभियान जारी रहेगा।