मुरादाबाद, जागरण संवाददाता: मुरादाबाद स्टेशन पर हुई मालगाड़ी दुर्घटना की जांच रिपोर्ट मिल गई है। इसमें गलत तरीके से लोहा चादर का बंडल रखा गया माना है। उत्तर रेलवे मुख्यालय से जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मंडल रेल प्रशासन ने फैक्ट्री में लोहा चादर का बंडल रखने वाले एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
बोकारो स्टील फैक्ट्री से 47 बोगी में लोहे की चादर के बंडल लेकर मालगाड़ी बल्लभगढ़ (हरियाणा) जा रही थी। प्रत्येक बोगी में दो बंडल रखे हुए थे। प्रत्येक बंडल का वजन 30 टन था। 17 दिसंबर के सुबह यह मालगाड़ी मुरादाबाद के प्लेटफार्म संख्या पांच के पास से गुजर रही थी। उसी समय बीच की दो बोगी पटरी से उतरकर पलट गई थी।
इस घटना की जांच मंडल के अधिकारियों द्वारा की गई। जांच रिपोर्ट तैयार कर उत्तर रेलवे मुख्यालय भेज दी। मुख्यालय की टीम ने जांच रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद उसे सही माना। दुर्घटना के कारण में बताया कि तीस टन वाले लोहे की चादर के बंडल को बोगी के बीच में लकड़ी के गुटके ठीक से रखने होते हैं।
फैक्ट्री में बंडल रखने के समय दोनों बोगी पर ध्यान नहीं दिया। ट्रेन चलने के बाद बंडल धीरे-धीरे स्थान छोड़ने लगे होंगे और एक तरफ आने से बोगी का संतुलन बिगड़ गया। जांच में बंडल रखने के समय लापरवाही मानी गई। फैक्ट्री के अंदर बंडल रखने का काम कंपनी एजेंसी द्वारा किया जाता है, इसलिए कंपनी व एजेंसी को इसके लिए दोषी माना है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह ने बताया कि मालगाड़ी दुर्घटना की जांच रिपोर्ट मुख्यालय से स्वीकार होने के बाद आ गई है। दुर्घटना का कारण बंडल रखने में लापरवाही माना गया है। कंपनी के खिलाफ रेलवे प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जा रही है।