अब गाव की रसोई में भी पाइप से पहुंचेगी गैस
मुरादाबाद(प्रदीप चौरसिया)। जल्द ही गाव के लोगों को भी दस रुपये खर्च कर धुआ रहित खाना बनाने क
मुरादाबाद(प्रदीप चौरसिया)। जल्द ही गाव के लोगों को भी दस रुपये खर्च कर धुआ रहित खाना बनाने की सुविधा मिलेगी। पाइप नेचुरल गैस (पीएनजी) गाव के घरों तक पहुंचाने के लिए काम शुरू हो गया है। नीति आयोग पीएनजी पर अनुदान देने के लिए योजना तैयार कर रहा है।
सरकार खाना बनाने के लिए रसोई गैस पर अनुदान देती है। इसके तहत हर कनेक्शन धारक को साल में 12 सिलेंडर मिलते हैं। गरीब परिवार भी धुआ रहित खाना तैयार कर सकें, इसके लिए उज्जवला योजना के तहत फ्री में रसोई गैस के कनेक्शन दिए जा रहे हैं। हर माह पाच सौ रुपये खर्च (अनुदान के बाद गैस की कीमत) कर गैस सिलेंडर खरीदना पड़ता है। तीन सौ रुपये दैनिक मजदूरी करने वाला परिवार एक साथ पाच सौ रुपये खर्च नहीं कर सकता है। इसलिए गाव में गरीब परिवार रसोई गैस के बजाय उपले या पत्ते जलाकर खाना बनाते हैं।
तेल कंपनियों के रिकार्ड के अनुसार जिले में दो लाख से अधिक उज्जवला के कनेक्शन हैं। इसमें से केवल 60 हजार लोग ही गैस की रिफलिंग कराते हैं। 1.60 लाख परिवार तीन से चार माह के बाद रिफलिंग कराते हैं। यानी यह परिवार प्रत्येक माह चार किलो रसोई गैस खपत करते हैं।
तेल कंपनियों की इस रिपोर्ट के बाद नीति आयोग ने योजना तैयार की है। जिसके तहत गाव के घर तक पीएनजी की पाइप लाइन पहुंचाई जाएगी। कंपनी ने पाइप लाइन को गाव तक पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। नीति आयोग ने पीएनजी पर अनुदान राशि देने का प्रस्ताव तैयार किया है। गरीब परिवार को प्री-पेड कनेक्शन उपलब्ध कराया जाएगा। गरीब परिवार दस रुपये खर्च कर एक दिन का खाना बना सकेंगे। माना जा रहा है कि चुनाव के बाद पीएनजी पर अनुदान देने की घोषणा की जा सकती है।
जिला पूर्ति अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि गावों तक पीएनजी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन डालने का काम शुरू हो गया है।