यूके की बरसात से मुरादाबाद में बाढ़ की आशंका
मुरादाबाद : उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार बरसात होने से मुरादाबाद होकर बहने वाली रामगं
मुरादाबाद : उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार बरसात होने से मुरादाबाद होकर बहने वाली रामगंगा नदी का जल स्तर में बढ़ रहा है। नदी में पानी बढ़ने से बाढ़ की आशंका में कांठ तहसील क्षेत्र के ग्रामीणों की नींद उड़ने लगी है। हैरानी की बात यह है कि प्रशासन ने अभी बाढ़ चौकियों को तैयार नहीं किया है।
बरसात के मौसम में खादर क्षेत्र में आने वाली बाढ़ से बचाव के लिए तहसील प्रशासन प्रतिवर्ष बाढ़ चौकियां स्थापित कर उन पर कर्मियों की ड्यूटी लगाता है, ताकि बाढ़ आने पर पीड़ितों राहत मुहैया कराई जा सके तथा लोग बाढ़ राहत चौकियों पर आकर रह सकें। लगभग तीन सप्ताह पहले उपजिलाधिकारी हिमांशु वर्मा ने रजिस्ट्रार कानूनगो को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चौकियां बनाने के निर्देश दिए थे, परंतु अभी तक क्षेत्र में बाढ़ राहत चौकियां स्थापित नहीं की गई हैं।
पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार बारिश होने से रामगंगा नदी का जल स्तर बढ़ने लगा है। रामगंगा किनारे के ग्राम गोपालपुर, बाहदरपुर खद्दर, सलेमपुर, रामसराय, पायंदापुर, राजूपुर खद्दर, रुस्तमपुर, हीरापुर, मल्लीवाला, मिश्रीपुर, बेगमपुर, महदूद कलमी आदि में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। गौरतलब है कि खाद क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांवों में प्रत्येक वर्ष बरसात में बाढ़ का खतरा रहता है। नदी का पानी खेतों में घुसने से फसल नष्ट हो जाती है। इसी तरह तहसील बिलारी और ठाकुरद्वारा के गांवों में भी रामगंगा का पानी घुसने का खतरा बना हुआ है। ब्लाक कुंदरकी और डिलारी में भी बाढ़ की आशंका बना रहती है।
बाढ़ राहत चौकियां नहीं बनने से ग्रामों के ग्रामीणों के चेहरों पर चिंता की लकीरें झलकने लगी हैं। उन्होंने उपजिलाधिकारी हिमांशु वर्मा से तत्काल बाढ़ राहत चौकियां बनाने की मांग की है।