Moradabad Education News : ऑनलाइन पढ़ाई में घर का काम छोड़ जुट रहीं मम्मियां, पूरी फीस लेंगे स्कूल वाले
किसी स्कूल में सुबह नौ तो किसी में 9.30 व दस बजे से पब्लिक स्कूलों की ओर से आनलाइन पढ़ाई शुरू हो रही है। यही समय घर में कामकाज का होता है। लेकिन स्कूल वाले फीस लेने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के चलते पढ़ाई का दूूूूूसरे साल के भी चौपट होने की आशंका गहरा गई है। लाडलों की आनलाइन पढ़ाई की चिंता में मम्मियां अपने घर का कामकाज छोड़ने को मजबूर हैं। किसी स्कूल में सुबह नौ तो किसी में 9.30 व दस बजे से पब्लिक स्कूलों की ओर से आनलाइन पढ़ाई शुरू हो रही है। यही समय घर में कामकाज का होता है, जिससे गृहणियों को अपना काम छोड़कर बच्चों के साथ आनलाइन में सपोर्ट करना पड़ रहा है। दो से ढाई घंटे चलने वाली अलग-अलग विषयों की आनलाइन क्लास में मम्मियों के सपोर्ट से छोटे बच्चे पढ़ पा रहे हैं।
नर्सरी से पांचवीं तक के बच्चों के साथ बिना बैठे आनलाइन पढ़ाई कराना मुश्किल है। इसके बाद होमवर्क में जुटती हैं। लेकिन, स्कूल वाले फीस पूरी लेंगे जबकि परिवार के सहयोग के बिना बच्चे आनलाइन नहीं पढ़ सकते, इसका संज्ञान लेकर आधी फीस वसूली जानी चाहिए लेकिन स्कूल वालों ने पिछले साल की भी पूरी फीस वसूली और इस बार अगले सत्र में पढ़ाई के लिए ग्रुप से हटाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
बिना फीस अभी तमाम बच्चों के रिपोर्ट नहीं दिए
पब्लिक स्कूलों ने बिना फीस के रिपोर्ट कार्ड रोक लिए हैं। दिल्ली रोड स्थित एक नामचीन स्कूल में आवास विकास फेस द्वितीय में पढ़ने वाली मनीष शर्मा की बेटी का रिपोर्ट कार्ड नहीं दिया है। इन्होंने नौ महीने की फीस जमा कर दी। प्रधानाचार्य से कुछ छूट के लिए गुहार लगाई। यहां तक कहा कि कोरोना काल में काम ठीक से नहीं चला, कुछ छूट दे दीजिए लेकिन, साफ इन्कार कर दिया गया।
कांठ रोड स्थित एक स्कूल में कक्षा एक में पढ़ने वाले आरुष सक्सेना की क्लास 9.30 बजे शुरू जाती है। इनकी मम्मी ममता सक्सेना को सारे काम छोड़कर बेटे की आनलाइन पढ़ाई में जुटना पड़ता है। यही वक्त मम्मियों के नाश्ता बनाने, कपड़े धोने व अन्य घर के काम करने का होता है।
यह भी पढ़ें :-
युवती से दुष्कर्म के बाद बोला आरोपित-किसी को बताया तो जान से मार दूंगा, मैं किसी से डरता नहीं