Moradabad coronavirus news update : वार्ड ब्वॉय की मौत में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही, छह को नहीं हो पाई थी जांच
Moradabad coronavirus news update तमाम हिदायतों के बावजूद मुरादाबाद जिला अस्पताल प्रशासन संजीदगी बरतने को तैयार नहीं है। कोरोना से वार्ड ब्वॉय की मौत में लापरवाही सामने आई है।
मुरादाबाद। एक बार फिर डॉक्टरों की लापरवाही की भेंट जिला अस्पताल का वार्ड ब्वाय चढ़ गया। जिला अस्पताल के हड्डी वार्ड में कोरोना संक्रमित मरीज निकलने के बाद स्टाफ के सात लोगों की जांच हो गई लेकिन, वार्ड ब्वाय की जांच नहीं हो पाई थी। इसके बाद भी उसकी डयूटी लगाई जाती रही। तबीयत खराब हुई तो डॉक्टरों के व्यवहार की वजह से वार्ड ब्वाय ने मुहल्ले के डॉक्टर से ही दवा ले ली। इसके बाद भी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ।
शुक्रवार की दोपहर वार्ड ब्वाय की पत्नी ने अस्पताल स्टाफ को फोन करके सांस की परेशानी और बुखार की जानकारी दी। इसके बाद उन्हें घर से बुलाया गया। वार्ड ब्वाय को इलाज के लिए आधा घंंटे का समय लग गया। इमरजेंसी एक्सटेंशन में भर्ती करने के बाद उन्हें ऑक्सीजन लगा दी गई। शाम में जब हालत ज्यादा खराब हुई तो चेस्ट फिजिशियन डॉ. प्रवीण शाह को बुलाया गया। उन्होंने ऑक्सीजन स्तर चेक किया तो 40 के आसपास बताया। ये देख सभी के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में उन्हें कांठ रोड के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से ट्रूनेट के लिए कोरोना जांच का नमूना मंगाया गया। देर रात ही वार्ड ब्वाय में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गई। वहां से उन्हें टीएमयू में शिफ्ट किया गया। शनिवार को उनकी मौत हो गई।
अंकल, पापा ठीक हैंं, खतरनाक वाला तो नहीं हुआ कोरोना
निजी अस्पताल से टीएमयू रेफर होने के बाद वार्ड ब्वाय की स्थिति नाजुक ही थी। 22 वर्षीय बेटे ने पिता की तबीयत पूछने के लिए अस्पताल के कर्मचारी को फोन किया। नमस्कार करने के बाद बेटा बोला, अंकल पापा की तबीयत कैसी है। पापा को खतरनाक वाला कोरोना तो नहीं है। कर्मचारी के पास उनके बेटे को जवाब देने के लिए शब्द नहीं थे। वो बोले बेटा भगवान से दुआ करो और शारीरिक दूरी के नियम का पालन करो। बाकी सब ठीक हो जाएगा। उस वक्त तक वार्ड ब्वाय की मौत हो चुकी थी। अस्पताल में भी ज्यादातर लोगों को पता था लेकिन, किसी के पास कोई जवाब नहीं था। वार्ड ब्वाय की बेटी, उनके साले और अन्य रिश्तेदार भी घर आए हुए थे।