Moradabad coronavirus news : महामारी में छह हजार कोरोना संक्रमित मरीजों को रेमडेसिविर ने दी ताकत
कोरोना लहर में रेमडेसिविर ने छह हजार संक्रमितों को कोरोना से लड़ने की ताकत दी। स्वास्थ्य विभाग ने पहले दिन महंगी इंजेक्शन खरीद कर संक्रमित व्यक्तियों को उपलब्ध कराना शुरू कर दिया। कोरोना की दूसरी लहर तो एक अप्रैल से दिखनी शुरू हो गई थी।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना लहर में रेमडेसिविर ने छह हजार संक्रमितों को कोरोना से लड़ने की ताकत दी। स्वास्थ्य विभाग ने पहले दिन महंगी इंजेक्शन खरीद कर संक्रमित व्यक्तियों को उपलब्ध कराना शुरू कर दिया।कोरोना की दूसरी लहर तो एक अप्रैल से दिखनी शुरू हो गई थी। उसके बाद भी आम लोग समझ नहीं पा रहे थे। जैसे-जैसे संक्रमण नेे महामारी का रूप धारण करना शुरू कर दिया, लोगों में दहशत फैल गई। कहीं आक्सीजन की मांग की जा रही थी तो कहीं कोरोना से लड़ने के लिए रेमडेसिविर की कालाबाजारी शुरू हो गई थी।
रेमडेसिविर रोगियों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम करता है। जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोरोना की गंभीरता को देखते हुए ड्रग वेयर हाउस कारपोरेशन से मार्च के अंतिम सप्ताह मेें रेमडीसिविर की मांग की थी। कारपोरेशन के पास इंजेक्शन नहीं था। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने तत्काल रेमडेसिविर बनाने वाली कंपनी से संपर्क किया और एक अप्रैल को पांच सौ इंजनेक्शन मंगा लिया। उसके बाद 17 अप्रैल तक कंपनी से दो हजार इंजेक्शन खरीदे गए। जिला अस्पताल के बगल में बने एल टू व टीएमयू के कोविड अस्पताल में भर्ती रोगियों को फ्री में इसे उपलब्ध कराया गया। बाद में स्वास्थ्य विभाग प्राइवेट कोविड अस्पताल में भर्ती रोगियों को रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने लगा। इसके लिए तीमारदारों को 18 सौ रुपये रेड क्रास सोसायटी में जमा कराना पड़ता था। वर्तमान यह इंजेक्शन प्रदेश भर में कारपोरेशन द्वारा आपूर्ति की जाती है। स्वास्थ्य विभाग ने एक अप्रैल से 20 मई तक 19 कोविड अस्पतालों में भर्ती गंभीर रोगियों को रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराया। इसमें दो हजार एल टू, एल वन और टीएमयू कोविड अस्पताल में भर्ती गंभीर रोगियों को रेमडेसिविर लगाया गया है। जबकि शेष 17 प्राइवेट कोविड अस्पतालों के चार हजार गंभीर रोगियों को इंजेक्शन लगाया गया है। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के गंभीर रोगी ठीक हो चुके हैं। कोरोना संक्रमण कम होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने एक हजार इंजेक्शन मंगाकर स्टोर कर रखा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एमपी गर्ग ने बताया कि दो माह से कम समय में छह हजार गंभीर रूप से संक्रमित रोगियों को रेमडेसिविर का इंजेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं।