Moradabad coronavirus news : कोरोना संक्रमण से मरने वाले रोडवेज कर्मियों के आश्रितों को नौकरी देने की तैयारी
रोडवेज प्रबंधक कोरोना से मरने वाले रोडवेज कर्मियों के आश्रितों को नौकरी देने की तैयारी शुरू कर दिया है। मुरादाबाद मंडल में 13 रोडवेज कर्मियों की मौत हो चुकी है। कोरोना संक्रमण का प्रथम लहर अप्रैल 2020 से शुरू हुई थी। जिसका असर अगस्त तक रहा।
मुरादाबाद, जेएनएन। रोडवेज प्रबंधक ने कोरोना से मरने वाले रोडवेज कर्मियों के आश्रितों को नौकरी देने की तैयारी शुरू कर दी है। मुरादाबाद मंडल में 13 रोडवेज कर्मियों की मौत हो चुकी है। कोरोना संक्रमण की प्रथम लहर अप्रैल 2020 से शुरू हुई थी। इसकाा असर अगस्त तक रहा। उसके बाद कोरोना संक्रमण कम हुआ। पिछले साल तो अप्रैल व मई में बसों का संचालन बंद कर दिया गया, लेकिन प्रवासियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रोडवेज की बसें चलाईं गईं थीं। इस साल भी कोरोना की द्वितीय लहर अप्रैल सेे शुरू हो गया। जून शुरू होने पर कोरोना का संक्रमण कम हुआ है।
दोनों लहर में प्रदेश भर में मरने वाले रोडवेज कर्मियों के आश्रितों को अभी तक नौकरी नहीं दी गई है। इसे लेकर यूनियन ने शासन तक शिकायत की थी और आश्रितों को नौकरी देने की मांग की थी। शासन के निर्देश पर रोडवेज मुख्यालय के प्रधान प्रबंधक (कार्मिक) डीपी सिंह ने मृतक रोडवेज कर्मियों की सूची जारी की है। इसमें मुरादाबाद मंडल में मृतक कर्मियों की संख्या 13 है। जिसमें प्रथम लहर में 22 जून 2020 से 25 नवंबर 2020 तक छह रोडवेज कर्मियों की मौत हो चुकी है। जबकि द्वितीय लहर में 13 अप्रैल 2021 से 21 अप्रैल 2021 तक सात रोडवेज कर्मियों की मौत हुई। रोडवेज अधिकारियों को आदेश दिया है कि कर्मियों के आश्रितों को नौकरी देने के लिए शीघ्र फाइल तैयार कर मुख्यालय भेज दें।
क्षेत्रीय प्रबंधक अतुल जैन ने बताया कि मुख्यालय का पत्र मिलते ही मृतक आश्रितों को नौकरी देेने की फाइल फिर से तैयार कराई जा रही है। एक सप्ताह से पहले ही फाइल मुख्यालय भेज दी जाएगी।
कोरोना कर्फ्यू में बस नहीं चलाने वालों कर्मियों को नहीं मिलेगा वेतन
रोडवेज के प्रबंधन निदेशक धीरज साहू ने पत्र जारी किया है। जिसमें कहा कि जिस संविदा कर्मियों ने कोरोना कर्फ्यू के दौरान मई में बस नहीं चलाया है, उसे वेतन नहीं दिया जाएगा। जबकि, बस चलाने वाले कर्मियों ने रोडवेज के मानक के अनुरूप यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाया है, उनके वेतन में कोई कटौती नहीं की जाएगी।