Moradabad coronavirus news : जिले में पांच लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि, अब 288 एक्टिव केस
कोरोना महामारी की दूसरी लहर का असर अब बहुत कम हो गया है। शुक्रवार को कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी राहत देने वाली है। सुबह से शाम तक मिली लिस्ट में सिर्फ पांच लोगों में ही संक्रमण की पुष्टि हुई है।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना महामारी की दूसरी लहर का असर अब बहुत कम हो गई है। शुक्रवार को कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी राहत देने वाली रही। सुबह से शाम तक मिली लिस्ट में सिर्फ पांच लोगों में ही संक्रमण की पुष्टि हुई है। इससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों समेत प्रशासनिक अधिकारियों नेे राहत की सांस ली। अब जनपद में कुल 288 कोरोना संक्रमित एक्टिव हैं।
हालत ये थे कि अप्रैल माह में 16194 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। ये आंकड़ा जनवरी से लेकर अब तक 38960 तक पहुंच गया था। कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा देखने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों की भी सांसें फूल रहीं थीं। निजी कोविड अस्पतालों में भी मरीजों को भर्ती करने की सुविधा तकरीबन नहीं थी। लेकिन, जिस तेजी से संक्रमितों की संख्या बढ़ी थी। उतनी तेजी से ही संक्रमण का आंकड़ा कम हो गया। अब स्थिति पूरी तरह कंट्रोल में है। शुक्रवार का आंकड़ा लोगों के लिए भी सुकून भरा है। जिले में 288 कोरोना एक्टिव केस हैं।
ब्लैक फंगस का मरीज मेरठ रेफर
जिले में शुक्रवार को ब्लैक फंगस के मरीज को मेरठ मेडिकल कालेज रेफर किया। सम्भल के रहने वाले 62 वर्षीय मरीज पिछले कई दिन ब्लैक फंगस का सम्भल का रहने वाला 62 वर्षीय मरीज मेरठ रेफर किया गया। एल-टू प्रभारी डॉ. संजीव बेलवाल ने बताया कि ब्लैक फंगस के मरीज को सीधे मेडिकल कालेज भेज जा रहा है। जिससे संक्रमण ज्यादा न फैल सके। ब्लैक फंगस के लक्षण दिखने के बाद मरीज को रेफर किया जा रहा है।
तारीख, आरटीपीसीआर, एंटीजन, पॉजिटिव,
04 जून, 1655, 1396, 05,
03 जून, 1577, 1819, 04,
02 जून, 1678, 1789, 11,
01 जून, 1587, 1633, 22,
31 मई, 1790, 1566, 13,
30 मई, 1867, 1737, 23,
29 मई, 1578, 1467, 02,
28 मई, 1749, 1539, 05,
27 मई, 1388, 1690, 06,
26 मई, 1581, 1307, 81,
25 मई, 1923, 1589, 28,
कोरोना संक्रमितों की संख्या अब बहुत कम हो गई है। अभी भी हमें पहले की ही तरह रहना है। संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी के नियम का पालन करना है। मास्क जरूर लगाना है। बच्चों को भी घर से बाहर लेकर न निकलें।
डॉ. एमसी गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी