Move to Jagran APP

प्रकृति की ओर आधुनिक चिकित्सा पद्धति, अब डॉक्टर सिखाएंगे योग Moradabad news

अब डॉक्टरों को भी यह लगने लगा है कि मनुष्य को सिर्फ एलोपैथिक दवाओं से स्वस्थ नहीं रखा जा सकता।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sun, 22 Sep 2019 01:40 PM (IST)Updated: Sun, 22 Sep 2019 02:05 PM (IST)
प्रकृति की ओर आधुनिक चिकित्सा पद्धति, अब डॉक्टर सिखाएंगे योग Moradabad news
प्रकृति की ओर आधुनिक चिकित्सा पद्धति, अब डॉक्टर सिखाएंगे योग Moradabad news

मेहंदी अशरफी, मुरादाबाद। प्रकृति से दूर जाना लोगों को बहुत जल्द इतना भारी पड़ जाएगा किसी ने भी नहीं सोचा था। लोग शारीरिक कसरत, योग को छोड़कर दवाओं पर निर्भर होते जा रहे थे लेकिन, अब डॉक्टरों को भी यह लगने लगा है कि मनुष्य को सिर्फ एलोपैथिक दवाओं से स्वस्थ नहीं रखा जा सकता। इसलिए सरकार अब मरीजों को सेहत की डबल डोज देने जा रही है। सेहत की सौगात देने वाले डॉक्टर ही अब मरीजों को योग सिखाएंगे। इसके लिए अरबन हेल्थ सेंटरों में योगा वेलनेस सेंटर शुरू करने की कवायद जारी है। योग प्रशिक्षक का जब तक बंदोबस्त नहीं हो जाता है तब तक अरबन हेल्थ सेंटर के चिकित्सक ही मरीजों को योग का पाठ पढ़ाएंगे। इसके लिए डॉक्टरों को योग की शिक्षा दी जाएगी।  

loksabha election banner

इस व्यवस्था को लागू करने के लिए शहर के आदर्श नगर, पीतल बस्ती, गाड़ीखाना, मियां कालोनी, नवाबपुरा, कानून गोयान, बंगला गांव, नया गांव, चाऊ की बस्ती, फकीरपुरा, हरथला, कांशीराम नगर, किसरौल, टाउनहाल, मझोला, मझोली, मुकर्रबपुर अरबन हेल्थ सेंटर को चयनित किया गया है। 

कंप्यूटर पर हो रही एंट्री 

अरबन हेल्थ सेंटरों पर मरीजों का कंप्यूटर में फीड होना शुरू हो गया है। इसमें मरीज को क्या दवा दी गई और कितने दिन का इलाज होगा आदि की भी जानकारी फीड की जाएगी। इसके अलावा दवाओं का रिकार्ड भी कंप्यूटर में दर्ज किया जाएगा, जिससे दवा खत्म होने से पांच दिन पहले रिमाइंडर मिलेगा, जिससे कि सीएमएसडी स्टोर को दवाइयों की डिमांड भेजी जा सके। 

फिंगर प्रिंट मशीन से लगेगी हाजिरी 

कर्मचारियों की लेटलतीफी पर लगाम कसने की भी तैयारी हो गई है। अरबन हेल्थ सेंटरों के कर्मचारियों की हाजिरी फिंगर प्रिंट मशीन से लगेगी। इसके अलावा कंप्यूटर कितने बजे लॉग इन किया गया और कितने बजे बंद किया गया इसकी भी जानकारी सीएमओ कार्यालय के साथ लखनऊ मुख्यालय में दर्ज होगी। सभी कंप्यूटरों में साफ्टवेयर भी अपलोड कर दिए हैं। 

क्या कहते हैं अधिकारी

मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने के साथ ही अब उन्हें योग प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। फिलहाल चिकित्सकों को ही प्रशिक्षण देकर उन्हें ही योग क्लास की जिम्मेदारी दी जाएगी। 

-डॉ. डीके प्रेमी, एसीएमओ 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.