अमरोहा शहर विधायक महबूब अली बोले-भेदभाव न करे, हमें भी शांति मार्च की अनुमति दें Amroha News
उन्होंने आगामी 18 जनवरी को शहर में सीएए के विरोध में शांति पदयात्रा निकालने की अनुमति मांगी। इस संबंध में उन्होंने एसडीएम सदर को भेजा मांग पत्र भी दिखाया।
अमरोहा, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध और समर्थन को लेकर जिले में सियासी जंग शुरू हो गई है। भाजपा की पदयात्रा के बाद अब सदर विधायक एवं उप्र लोक लेखा समिति के चेयरमैन महबूब अली ने शांति मार्च निकालने का एलान किया है। इसके लिए उन्होंने एसडीएम से अनुमति देने की मांग की है।
20 दिसंबर को हुआ था बवाल
शहर में 20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध को लेकर दो दिन तक जमकर बवाल हुआ था। भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने वाहनों को आग के हवाले किया था। दुकानों में तोडफ़ोड़ भी हुई थी। पुलिस टीम पर पथराव भी किया था। पुलिस ने इस मामले में 1500 अज्ञात समेत करीब 1800 लोगों के खिलाफ कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। आरोपितों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला चल रहा है। इस सबके बीच रविवार को शहर में पदयात्रा निकालकर भाजपा ने आम लोगों को जागरूक किए जाने का दावा किया। भाजपा की इस रैली के बाद अब विपक्षी दल हमलावर हुए हैं।
पदयात्रा में की आपत्तिजनक नारेबाजी
सपा नेता व सदर विधायक महबूब अली ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा की पद यात्रा में आपत्तिजनक व भड़काऊ नारेबाजी की गई। पुलिस-प्रशासन ने खुला संरक्षण दिया। आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने अपनी पदयात्रा के जरिए एक बार फिर शहर को दंगे की आग में झोंकने की नाकाम कोशिश की। आरोप लगाते हुए कहा ये सभी वही लोग हैं, जिन्होंने 20 दिसंबर को शहर में ङ्क्षहसा भड़काई। पुलिस ऐसे लोगों को चिह्नित कर उन पर लाठी बरसाए तब हम भी पूरा साथ देंगे। अगर भाजपा को पदयात्रा की अनुमति दी है तब शांतिपूर्वक विरोध जताने वालों को भी अनुमति दी जाए।