Indian Railways : ट्रेन में रोते बच्चों के लिए दूध उपलब्ध कराएंगे स्टॉल संचालक
Milk arrangements at railway stations ट्रेन में सफर के दौरान कई बार भूख लगने पर बच्चे रोने लगते हैं। ऐसे में यात्री दूध के लिए रेलवे स्टेशन पर जाते हैं तो उन्हें मिल नहीं पाता है। रेलवे ने अब इस समस्या का समाधान कर दिया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। ट्रेन में सफर करने के दौरान भूख से रोते बच्चों को टी स्टॉल संचालक दूध उपलब्ध कराएंगे। मुरादाबाद रेल मंडल प्रशासन ने टी स्टॉल संचालक को विशेष निर्देश दे दिए हैं।
कोरोना संक्रमण के कारण प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर खान-पान के कुछ स्टॉल खुले हुए हैंं। यहां पैकेट बंद खाना, चाय व पानी यात्रियों को उपलब्ध कराया जाता है। अधिकांश ट्रेनों में खान-पान की कोई व्यवस्था नहीं है। ट्रेन में सफर करने वाले छोटे बच्चे दूध नहीं मिलने के कारण रोना शुरू कर देते हैं। ऐसे में अभिभावक परेशान हो उठते हैं, वे दूध के लिए इधर उधर भागते हैं। कई बार तो यात्री दूध नहीं मिलने पर रेल मंत्री को ट्वीट कर तो कभी कंट्रोल रूम को फोन करके बच्चे के लिए दूध की मांग करते हैं। दूध की मांग करने वाले माता-पिता की एक ही शिकायत रहती है कि स्टेशन पर दूध के लिए इधर उधर भागदौड़ की लेकिन, दूध कहीं नहीं मिला। हालांकि रेल प्रशासन मांग के अनुसार बच्चे को दूध उपलब्ध कराता है। सोमवार को भी त्योहार स्पेशल में यात्री की मांग पर मुरादाबाद रेल मंडल प्रशासन ने बरेली स्टेशन पर बच्चे के लिए दूध उपलब्ध कराया था।
मंडल रेल प्रशासन ने टी स्टॉल संचालक से कहा है कि ट्रेन में सफर करने वाले यात्री बच्चे के लिए दूध की मांग करेंं तो उन्हें दूध उपलब्ध कराएंं और निर्धारित कीमत लें। सहायक वाणिज्य प्रबंधक नरेश सिंह ने बताया कि टी स्टॉल संचालक को यात्रियों की मांग पर बच्चों को दूध उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए गए हैं।।