मानसिक शोषण ही है शारीरिक शोषण की नींव
तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में मंगलवार को मिशन शि
मुरादाबाद,जासं : तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में मंगलवार को मिशन शक्ति के तहत विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें रेडियो डायग्नोसिस विभाग की प्रोफेसर डॉ. श्रुति चांडक ने आइडेंटिफिकेशन ऑ़फ रेड साइन फ्लैग विषय पर छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि असहज परिस्थितियों में ना कहने में कभी संकोच न करें। उन्होंने कहा कि शिकारी किसी भी रुप में सामने आ सकता है। वह एक कैब चालक, अजनबी या यहाँ तक की हमारा कोई साथी भी हो सकता है। उन्होंने बताया कि मानसिक शोषण ही शारीरिक शोषण की नींव है। इस दौरान यूजी और पोस्ट ग्रेजुएट के छात्र.छात्राओं की सक्रिय भागीदारी रही। डॉ. सीमा अवस्थी ने कहा कि यदि हमें हमारे देश के आने वाले कल को बचाना है तो घरों में बच्चों और महिलाओं के बीच संचार को बढ़ावा देना होगा। डॉ. रेहाना नजम ने बालिकाओं को अच्छे और बुरे स्पर्श के बारे में पढ़ाने की आवश्यकता पर •ाोर दिया। इस दौरान अध्यक्षता टीएमएमसीआरसी के उपप्राचार्य डॉ एसके जैन व पैथोलॉजी की एचओडी डॉ सीमा अवस्थी ने की। इस दौरान मेडिकल कॉलेज की प्राचार्या डॉ श्यामोली दत्ता और एडिशनल डीन एकेडेमिक्स एवं ऑर्थोपेडिक्स के विभागाध्यक्ष डॉ नजमुल हुडा भी मौजूद रहे।