Mehboob Murder case : तीन साल से प्रेमिका के घर आता-जाता था महबूब आलम, कई सवालों के जवाब तलाश रही पुलिस
Mehboob Murder case पति नौशाद जेठ ग्राम प्रधान पति शहजाद और देवर दिलशाद की पुलिस को तलाश है। इनके पकड़े जाने के बाद ही हत्या की पूरी कहानी सामने आएगी।
मुरादाबाद, जेएनएन।Mehboob Murder case। कांठ केे ग्राम मौढ़ा पट्टी के महबूब आलम की हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस लगी हुई है। लेकिन, अभी तक तमाम सवाल खड़े हैं। बताया जा रहा है कि तीन साल से महबूब का प्रेमिका के घर आना-जाना था। उसके स्वजनों को भी इसकी भनक थी। हालांकि, हत्या के बाद वह महबूब की प्रेम कहानी को लेकर अनजान बने हुए हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गोवा में स्टील वेल्डिंग का काम करने वाले महबूब की अच्छी खासी कमाई थी। नरगिस उसकी दूर की रिश्तेदारी में आती है। एक विवाह समारोह में उसकी मुलाकात थाना कांठ के पाठंगी गांव के नौशाद की पत्नी नरगिस से हुई। वहीं, उसने उसका मोबाइल नंबर ले लिया। इसके बाद दोनों मोबाइल से निरंतर संपर्क में रहने लगे। नरगिस का पति नौशाद पानीपत में मजदूरी करता था। महबूब जब भी मुरादाबाद आता तो रात में नरगिस के पास पहुंच जाता। तीन साल से यह सिलसिला चल रहा था। इसकी भनक नरगिस के ससुराल वालों को भी लग चुकी थी। महबूब चार अगस्त को मुरादाबाद से गोवा गया था। वहां से लौटते हुए 16 सितंबर को वह अपने चाचा के घर दिल्ली में रुका। 17 सितंबर की शाम आठ बजे बड़े भाई से बात हुई। इसी दौरान नरगिस से बातचीत में पता चला कि उसका पति काम करने के लिए हरियाणा चला गया है, तो वह घर जाने के बजाए सीधा ग्राम पाठंगी पहुंच गया। वहां छिपे होने की भनक नरगिस के जेठ को लग गई। उसी रात एक रणनीति के तहत नरगिस के ससुराल वालों ने महबूब की गला घोटकर हत्या कर उसके शव को संदूक में बंद कर दिया। उसके बैग में शराब एवं बीयर की बोतल रखकर नई कहानी बनाने का प्रयास किया गया। पुलिस ने मामले में प्रेमिका नरगिस को जेल भिजवा दिया है। ।
महबूब की शादी की थी तैयारी
महबूब के स्वजनों ने बताया कि 18 सितंबर को उसके रिश्ते की तैयारियां चल रही थी। हत्या की सूचना आने पर खुशियां गम में बदल गई हैं। इंस्पेक्टर क्राइम रविंद्र सिंह के अनुसार प्रेमिका नरगिस ने बताया कि तीन साल से उसके महबूब से प्रेम संबंध थे। इसकी जानकारी महबूब के स्वजनों की भी थी।