फाइल गायब होने पर भड़कीं उपाध्यक्ष, एमडीए के बाबुओं के खिलाफ होगी एफआइआर
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष यशु रुस्तगी ने फाइलें गायब होने पर नाराजगी दिखाते हुए सचिव को बाबुओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। इससे एमडीए के अधिकारियों और बाबुओं में खलबली मची हुई है।
मुरादाबाद, जेएनएन। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष यशु रुस्तगी ने फाइलें गायब होने पर नाराजगी दिखाते हुए सचिव को बाबुओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। इससे एमडीए के अधिकारियों और बाबुओं में खलबली मची हुई है। बाबू खुद को बचाने के लिए सफाई देते घूम रहे हैं।
एक बुजुर्ग एमडीए उपाध्यक्ष से मिलने पहुंचे। उन्होंने ऑनलाइन अपने भवन के आवंटन पत्र की सर्टिफाइड कॉपी लेने के लिए आवेदन कर रखा है। बैंक से ऋण लेने के लिए उन्हें आवंटन पत्र की जरूरत है। उपाध्यक्ष ने उनकी फाइल के बारे में जानकारी कराई तो वह गायब निकली। इसे लेकर उपाध्यक्ष नाराज हो गईं। उन्होंने पटल का काम देखने वाले बाबू सूर्यांक्ष खन्ना को बुला लिया। फाइल के बारे में पता करने पर बाबू ने कहा कि उनके कार्यकाल का मामला नहीं है। यह फाइल चार्ज लेने के लिए उन्हें मिली ही नहीं थी। लेकिन, उपाध्यक्ष ने चार्ज लेते समय बनी फाइलों की सूची मांगी तो संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। बताया कि उस समय फाइलों की सूची ही नहीं दी थी। इस पर उपाध्यक्ष नाराज हो गईं। उन्होंने एमडीए सचिव सर्वेश कुमार गुप्ता और संपत्ति प्रभारी आशुतोष श्रीवास्तव को बुला लिया। सचिव से कहा कि एमडीए से लगातार फाइलें गायब हो रहीं हैं। मेरे आदेश के बाद भी फाइल गायब होने के मामले में अभी तक मुकदमा दर्ज क्यों नहीं कराया गया। बाबुओं को कितना समय देंगे। सचिव ने बताया कि संपत्ति प्रभारी इस मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने सचिव को मामले में जिम्मेदार बाबुओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए। साथ ही आवंटन पत्र की कापी लेने के लिए आवेदन करने वाले बुजुर्ग की समस्या का समाधान तलाशने के निर्देश दिए। उपाध्यक्ष ने बताया कि एमडीए की फाइलें गायब होना गंभीर मामला है। इस मामले में किसी के साथ के साथ रियायत नहीं होगी। जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखकर कार्रवाई कराएंगे।