एमडीए ने डिफाल्टरों को बकाया जमा करने का दिया एक और मौका, 31 मार्च तक का मिला वक्त
Moradabad Development Authority एमडीए वर्षों से किस्त जमा न करने वाले बकाएदारों पर शिकंजा कसने जा रहा है। डिफाल्टरों की सूची तैयार करा ली गई है। लेकिन उन्हें 31 मार्च तक का एक और मौका दिया गया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। एमडीए वर्षों से किस्त जमा न करने वाले बकाएदारों पर शिकंजा कसने जा रहा है। डिफाल्टरों की सूची तैयार करा ली गई है। लेकिन, उन्हें 31 मार्च तक का एक और मौका दिया गया है। इस बीच भी डिफाल्टरों ने बकाया धनराशि जमा नहीं की तो उनके आवंटन निरस्त करने की कार्रवाई होगी।
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने कुल 609 आवंटियों को नोटिस जारी कर कहा था कि वे एक मुश्त समाधान योजना में अपना पंजीकरण करा लें। इसमें ब्याज में छूट मिलेगी। लेकिन, इस योजना में 300 लोगों ने पंजीकरण कराया। बाकी कोई नहीं आए। इस पर मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने डिफाल्टरों की सूची तैयार करा ली। सूची में आजाद नगर योजना के आश्रय आवासों के बकायेदार भी शामिल हैं। यहां तमाम ऐसे डिफाल्टर हैं, जिन पर 60 हजार रुपये का मकान खरीदने के बाद ढाई से तीन लाख रुपये तक बकाया है। बकाया तो उन्होंने जमा किया नहीं है, घरों को दस रुपये के स्टांप पर बेच दिया है। ऐसे भी कई लोग हैं, जिनके घर कई-कई बार बिक चुके हैं। आवंटियों का पता ही नहीं है। नोटिस जाता है तो उसे कूड़े के ढेर में डाल दिया जाता है। एमडीए के अधिकारी और जिम्मेदार कर्मचारियों को भी इसकी परवाह नहीं है। एमडीए ने मामले को गंभीरता से लेकर 31 मार्च तक डिफाल्टर को बकाया धनराशि को जमा करने का समय दिया है। एमडीए सचिव सर्वेश कुमार गुप्ता ने बताया कि सभी को एक और मौका दिया गया है। जल्द ही जिसने बकाया जमा नहीं किया। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। नोटिस अब नहीं दिया जाएगा। सभी के आवंटन निरस्त होंगे।