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लाखों का राशन डकार गए डेढ़ लाख फर्जी उपभोक्ता

जिले में डेढ़ लाख फर्जी उपभोक्ताओं को हर माह साढ़े सात हजार कुंतल राशन वितरित किया जा रहा था। राशन कार्ड में शामिल सदस्यों को आधार कार्ड से जोडऩे के बाद इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ। आपूर्ति विभाग ने ऐसे लोगों के नाम राशन कार्ड से हटा दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Jul 2018 06:08 AM (IST)Updated: Tue, 17 Jul 2018 06:08 AM (IST)
लाखों का राशन डकार गए डेढ़ लाख फर्जी उपभोक्ता
लाखों का राशन डकार गए डेढ़ लाख फर्जी उपभोक्ता

मुरादाबाद: जिले में डेढ़ लाख फर्जी उपभोक्ताओं को हर माह साढ़े सात हजार कुंतल राशन वितरित किया जा रहा था। राशन कार्ड में शामिल सदस्यों को आधार कार्ड से जोडऩे के बाद इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ। आपूर्ति विभाग ने ऐसे लोगों के नाम राशन कार्ड से हटा दिए हैं।

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ये है पूरा मामला

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जनवरी 2016 से राशन कार्ड में

शामिल प्रत्येक सदस्य को प्रत्येक माह पाच किलो खाद्यान्न दिया जाता है।

गेहूं दो रुपये और चावल तीन रुपये प्रति किलो की दर से दी जाती है। आधार से राशन कार्ड को जोडऩे की कवायद से फर्जी राशन राशन कार्ड नहीं बन पाए तो राशन माफिया ने नया तरीका खोज लिया।

राशन कार्ड में सदस्यों की संख्या ज्यादा दिखाई

राशन कार्ड में सदस्यों की संख्या बढ़ा कर लिखा दी गई। जिसके परिवार में चार सदस्य थे। वहा संख्या आठ से दस कर दी गई। इसके बाद राशन माफिया ने फर्जी सदस्यों के राशन की कालाबाजारी शुरू कर दी। शासन तक इसकी शिकायतें पहुंच गईं। सरकार ने अंतरमंडलीय टीम से जाच कराई तो कालाबाजारी का पर्दाफाश हो गया।

जिसके पास आधार नहीं उसे नहीं मिलेगा राशन

प्रदेश सरकार ने राशन कार्ड में शामिल सभी सदस्यों के आधार कार्ड को राशन कार्ड से जोडऩा अनिवार्य कर दिया है। जिसके पास आधार नहीं होगा उसे राशन नहीं मिल पाएगा। इसके साथ ही शहरी क्षेत्रों की तर्ज पर ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्वाइंट आफ सेल्स मशीन से खाद्यान्न वितरित करने के आदेश दिए गए हैं।

20.30 लाख सदस्यों में 17,23 लाख सदस्यों को आधार से जोड़ा

मुरादाबाद जिले में 5.11 लाख राशनकार्ड धारक हैं, जिसमें 20.30 लाख सदस्यों के नाम शामिल हैं। 17,23 लाख सदस्यों के आधार कार्ड को राशनकार्ड से जोड़ दिया गया। इस दौरान 1.50 लाख सदस्य फर्जी मिले हैं। आपूर्ति विभाग ने 1.50 फर्जी राशन कार्ड में शामिल सदस्यों का नाम हटा दिया है। राशनकार्ड में शामिल 1.50 लाख सदस्यों का आधार कार्ड नहीं मिला है, इन्हें राशन वितरित करना बंद कर दिया गया है। तीन लाख से अधिक सदस्यों को इसी माह आधार से जोड़ दिया जाएगा। अगले चरण में ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्वाइंट आफ सेल्स (पीओएस) मशीन से राशन वितरित की जाएगी। -संजीव कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी


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