आजम खा की मानहानि का मुकदमा खारिज
मुरादाबाद: पूर्व मंत्री आजम खा की मानहानि का मुकदमा अदालत ने खारिज कर दिया। यह मुकदमा काग्र
मुरादाबाद: पूर्व मंत्री आजम खा की मानहानि का मुकदमा अदालत ने खारिज कर दिया। यह मुकदमा काग्रेस नेता फैसल लाला के खिलाफ दायर किया गया था।
ये है पूरा मामला
अजीतपुर निवासी आसिफ खा ने 15 अप्रैल 2016 को सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट कराई थी कि फैसल लाला ने तत्कालीन केबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खा की मानहानि की। आजम खा के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करते हुए वीडियो बनाया और फेसबुक पर डाला। इससे आजम खा की छवि खराब हुई और जनता में आक्त्रोश है। इस मामले में पुलिस ने विवेचना कर कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। इसके खिलाफ फैसल लाला ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की।
सीजेएम ने की सुनवाई
हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि मजिस्ट्रेट इसे परिवाद के रूप में चलाएं। इस मामले की सुनवाई सीजेएम अरविंद कुमार गौतम ने की। फैसल लाला के अधिवक्ता ने तर्क दिया कि मानहानि जिसकी होती है, उसी को वाद दायर करना होता है। नाबालिग, बुर्कानशीं महिला या पागल व्यक्ति के मामले में कोई दूसरा वाद दायर कर सकता है। आजम खा मंत्री थे, इसलिए उनके मामले में सरकार से मंजूरी लेकर लोक अभियोजक वाद दायर कर सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। आसिफ खा एक साधरण व्यक्ति हैं, उनके द्वारा मुकदमा पंजीकृत कराया गया, जो विधिक ²ष्टि से न्याय संगत प्रतीत नहीं होता। इस मामले में फैसल लाला के खिलाफ संज्ञान लिए जाने का पर्याप्त आधार नहीं है। अधिवक्ता ने अपनी दलीलों में इसे न्यायसंगत न होना बताया था। इस पर सुनवाई करते हुए अदालत ने फैसले में यह भी कहा है कि लोक अभियोजक कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र होंगे।