चुनाव खर्च में पीछे रहे राष्ट्रीय पार्टियों के प्रत्याशी
मुरादाबाद। लोकसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने मुख्य कोषाधिकारी को अपने खर्च का हिसाब सौंप दिया
मुरादाबाद। लोकसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने मुख्य कोषाधिकारी को अपने खर्च का हिसाब सौंप दिया है। इसमें दो राष्ट्रीय पार्टियों के प्रत्याशी का खर्च क्षेत्रीय पार्टी के प्रत्याशी से कम है। अभी तक कोषाधिकारी को दिए गए हिसाब में सबसे ज्यादा गठबंधन प्रत्याशी डॉ.एसटी हसन ने 35 लाख रुपये खर्च होने की जानकारी दी है। यह चुनाव लड़ रहे 13 प्रत्याशियों में सबसे अधिक है। चुनाव में खर्च के मामले में दूसरे नंबर पर भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश कुमार सिंह है। उन्होंने अभी तक 32.94 लाख रुपये खर्च की जानकारी दी है। जबकि तीसरे स्थान पर काग्रेस पार्टी के प्रत्याशी इमरान प्रतापगढ़ी हैं। उन्होंने 28.37 चुनाव में खर्च करने का हिसाब दे दिया है। हालाकि जिन प्रत्याशियों के द्वारा हिसाब दिया गया है,वह केवल 19 अप्रैल तक का सौंपा गया है। मुख्य कोषाधिकारी समीर सिंह ने बताया कि मतगणना के बाद तक प्रत्याशी अपने संपूर्ण खर्च की जानकारी देंगे। चुनावी खर्च के मामले में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मुर्सरत हुसैन ने 25 हजार रुपये खर्च के साथ ही चौथे स्थान पर है। हालाकि अभी तक जिन प्रत्याशी ने खर्च की जानकारी नहीं दी है,उनसे खर्च से संबंधित रजिस्टर मागे गए हैं। 70 लाख रुपये थी खर्च की सीमा निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों की खर्च सीमा 70 लाख रुपये निर्धारित कर रखी थी। इससे ज्यादा कोई भी प्रत्याशी अपने चुनावी अभियान में नहीं खर्च कर सकता था। निर्वाचन आयोग से निर्धारित तय धनराशि से ज्यादा खर्च करने पर आयोग प्रत्याशी पर कार्रवाई भी कर सकता है। गौरतलब है कि साल 2014 से पहले लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी की खर्च सीमा केवल 40 लाख रुपये थी,लेकिन बाद में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों की सिफारिश पर आयोग ने इसे बढ़ाकर 70 लाख रुपये कर दिया था।