रामपुर में दो माह बाद खुले बाजार, दुकानदारों ने किया शर्तों और नियमों का पालन Moradabad News
लॉकडाउन के कारण पिछले दो महीने से बाजार पूरी तरह से बंद थे। अब जाकर कई प्रकार के नियम और शर्तों के तहत दुकानें खुली हैं। बाजार में रौनक रही।
रामपुर,जेएनएन। लॉकडाउन के चलते शहर के सभी बाजार दो माह से बंद चल रहे थे। प्रशासन ने शुक्रवार को शहर के सात क्षेत्रों में दुकानें खोलने के निर्देश दिए। इसके बाद शौकत अली मार्ग पर शाहबाद गेट से अजीतपुर तक, राधा रोड आदि क्षेत्रों में शर्तों के अनुसार सुबह 10 से शाम छह बजे तक बाजार खोले गए। लेकिन अभी भी पान मसाला की दुकानें, मॉल, शॉङ्क्षपग कांप्लेक्स, ब्यूटी पार्लर, सैलून, बर्फ और आइस्क्रीम की दुकानें खोलने की अनुमति नहीं दी गई।
दैनिक जागरण की ओर से बाजार की शुक्रवार को लाइव पड़ताल की गई तो सुपर मार्केट मेंं दुकानदार अपनी-अपनी दुकानों के आगे पेंट से गोला बनाते मिले। उन्होंने बताया कि प्रशासन का निर्देश है कि दुकानें खोलते समय शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा जाए और ग्राहकों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अपनी-अपनी दुकानों के आगे पेंट से गोले जरूर बनाएं। इस पर जिन दुकानों के आगे गोले नहीं बने थे, वे अपनी दुकान बंद कर पेंट लेकर आए और अपनी-अपनी दुकानों के आगे गोला बनाने में जुटे रहे। यही हाल राधा रोड़, ज्वालानगर और अजीतपुर का था। यहां पर भी लोग दुकानों के आगे पेंट से गोले बनाते दिखाई दिए। इसके अलावा दुकानों पर ग्राहक बहुत कम थे, जिससे बाजारों में आम दिनों के मुकाबले चहल-पहल काफी कम थी। दुकानदारों का कहना था कि ज्यादातर जरूरी खाने-पीने के सामान की होम डिलीवरी हो रही है। इसलिए ग्राहकों से आर्डर लेने के बाद सारा सामान पैक कर उनके घरों पर पहुंचाया जा रहा है। इससे ग्राहक बाजारों में कम आ रहे हैं। इस दौरान शूज, मोबाइल, फ्रीज, कूलर, पंखे, बर्तन आदि की दुकानों पर भी बहुत कम ग्राहक दिखाई दिए। कपड़ों की दुकानों पर मास्क लगाकर और शारीरिक दूरी का पालन करते हुए इक्का दुक्का लोग ही कपड़े पसंद करते नजर आए, मगर वहां भी चहल-पहल ज्यादा नहीं थी। इसी तरह कुछ लोग बर्तनों की दुकानों पर बर्तन पसंद करते नजर आए। मेडिकल की दुकानों पर कई स्थानों पर काफी भीड़ थी, इन पर सभी गोलों में खड़े होकर मास्क लगाए हुए दवाई खरीदते नजर आए। दुकानदारों का कहना था कि लॉकडाउन में लोग बहुत जरूरी काम से ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से भी लोग बाजारों में कम आ रहे हैं। इसके चलते आम दिनों के मुकाबले भीड़ काफी कम है। बाजार खोलने के फैसले को अच्छा कदम बताया। कहा लॉकडाउन में अधिकतर लोगों के कारोबार बंद हैं। गरीब और मध्यम वर्गीय लोगों की आर्थिक स्थिति काफी खराब होती जा रही है। अब बाजार खुलने से इन लोगों के साथ व्यापारियों को भी कुछ राहत मिलेगी। धीरे-धीरे ङ्क्षजदगी सामान्य की ओर बढ़े इसके लिए लॉक डाउन के नियमों का पालन करते हुए सभी प्रशासन का पूरा सहयोग कर रहे हैं।