भाभी जी घर पर हैं सीरियल के लेखक मनोज संतोषी ने बताया, सक्सेना जी थप्पड़ खाकर क्यों रहते हैं खामोश
Bhabhi Ji Ghar Par Hai Serial भाभी जी घर पर हैं सीरियल के सभी किरदार लोगों के दिल और दिमाग में पूरी तरह से उतर चुके हैं यही वजह है कि इस सीरियल से जुड़ी बातें जानने को लेकर काफी उत्सुक रहते हैं।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Bhabhi Ji Ghar Par Hai Serial : भाभी जी घर पर हैं सीरियल के लेखक मनोज संतोषी बुधवार को मुरादाबाद में थे। वह जागरण विमर्श कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे। इस दौरान उन्होंने बेबाकी के साथ लोगों के सवालों के जवाब दिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हर दिल में विभूति नारायण का किरदार है। दारोगा हप्पू सिंह का कैरेक्टर भी काफी गुदगुदाने वाला है। वह खाकी शर्ट और लुंगी पहनकर निकल जाते हैं। उनके किरदार को भी लोग काफी पसंद करते हैं। परिवार के साथ हंसी-मजाक वाले सीरियल लोग काफी पसंद करते हैं।
मिडटाउन क्लब के सभागार में जागरण विमर्श कार्यक्रम में सत्र संचालक बरेली-मुरादाबाद यूनिट के संपादकीय प्रभारी अवधेश माहेश्वरी ने मुख्य अतिथि भाभी जी घर पर हैं के लेखक मनोज संतोष का स्वागत किया। इसके बाद उन्हें तुलसी का पौधा देकर सम्मानित भी किया। इस अवसर पर सबसे पहले सवाल हुआ कि भाभी जी घर पर हैं के सक्सेना जी का किरदार कैसे तैयार किया गया। इस पर लेखक ने बताया कि यह रोचक किरदार है। थप्पड़ खाने के बाद भी सक्सेना जी आइ लाइक इट कहते हैं। जैसे वह कहते हैं कि आइ लाइक इट, वैसे ही हमारी जनता है। कुछ भी हो जाए पर कुछ नहीं बोलती। दूसरे सवाल के जवाब में उन्होंंने कहा कि भाभी जी घर पर हैं सीरियल महिला प्रधान है। इसके अलावा मे आई कम इन मैडम आदि सीरियल पुरुष प्रधान ही हैं। एक सवाल के जवाब में कहा कि अभी तक भाभी जी घर पर हैं जैसा कोई सीरियल नहीं बना था। इस वजह से यह तैयार किया गया। इससे लोगों को हंसने का मौका मिल जाता है। शुभम कश्यप के सवाल पर कहा कि हमारा काम लोगों का मनोरंजन करना है। कहा कि अच्छे सीरियल का लोग इंतजार कर रहे हैं। सीरियल में अंगूरी भाभी का सही पकड़े हैं तकिया कलाम कहां से लिया, इसके जवाब में बोले कि सही पकड़े हैं। एक जुमला है। इसी को भाभी जी का तकिया कलाम बना दिया। इसके अलावा भी अन्य सवालों का जवाब दिया। इसके बाद कोविड एल-टू प्रभारी डा. संजीव बेलवाल को उत्कृष्ट सेवाएं देने के लिए स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।