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दहशत में छत पर रात गुजार रहे ग्रामीण, तेंदुए ने कुत्ते को बनाया निवाला

मुरादाबाद : डिलारी के खादर क्षेत्र में तेंदुए के खौफ से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 05:30 PM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 05:30 PM (IST)
दहशत में छत पर रात गुजार रहे ग्रामीण, तेंदुए ने कुत्ते को बनाया निवाला
दहशत में छत पर रात गुजार रहे ग्रामीण, तेंदुए ने कुत्ते को बनाया निवाला

मुरादाबाद : डिलारी के खादर क्षेत्र में तेंदुए के खौफ से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। शिकार की तलाश में तेंदुआ जंगल के साथ आबादी में भी घूम रहा है। हमले के डर से ग्रामीण अपने घरों की छत पर रहकर जीवन गुजार रहे हैं। वन विभाग तेंदुए को पकड़ने में पूरी तरह से नाकाम हो चुका है। कुत्ते को खाकर मिटाई भूख

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रविवार शाम गाव जुल ढकिया में आया तेंदुआ जबड़े में कुत्ते को दबाकर ईख के खेत में ले गया जहा उसने उसे खाकर भूख मिटाई। तेंदुए के गाव में घुसने से हड़कंप मच गया। ग्रामीण ने हाथों में लाठी व डंडे लेकर शोर मचाते हुए तेंदुए को खदेड़ दिया। गाव निवासी हाजी नन्हें, सईद अहमद, गुफरान आदि ने बताया कि आदमखोर तेंदुआ रोजाना गांव के आसपास देखा जा रहा है। इन गांवों में है दहशत

क्षेत्र के गांव रहटा माफी पायदापुर, नारायणपुर, अलियाबाद, करनपुर, चन्दुपुरा, सुल्तानपुर खद्दर, मलकपुर सेमली, काजीपुरा सिहाली खद्दर आदि की आबादी के पास तेंदुआ घूम रहा है। भयभीत ग्रामीण रात को मकान की छत पर बैठकर गुजार रहे हैं और टोलियां बनाकर पहरेदारी करने को मजबूर हैं। तेंदुए को पकड़ने में सरकारी तंत्र की लापरवाही से गुस्साए ग्रामीणों ने तेंदुए को स्वयं मारने का फैसला लिया है। सीसीटीवी में कैद हो चुका है तेंदुआ

हैरानी की बात यह है कि तेंदुआ जंगल में लगाए सीसीटीवी कैमरे में कैद भी हो चुका है, फिर भी सरकारी महकमा अंजान बना हुआ है। वन विभाग की टीम ने गांवों में पिंजरा लगाना भी बंद कर दिया है जिससे ग्रामीणों कि चिंता और बढ़ गई है। दहशतजदा ग्रामीणों को आशंका है कि तेंदुआ किसी की जान ले सकता है।

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आंदोलन की तैयारी में ग्रामीण

जासं, डिलारी : तेंदुए के लगातार जानवरों पर हमला करने से दहशतजदा ग्रामीण अब आंदोलन का मन बना रहे हैं।

ग्रामीण आदिल, शाकिर, हेमंत, बाबूराम, शंकर आदि कहना है कि खादर के सभी गांवों के प्रधानों की बैठक करके आंदोलन की रणनीति तय जाएगी। सबसे पहले किसानों के साथ जिला मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा। सरकारी तंत्र सक्रिय नहीं हुआ तो लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिलेंगे। उन्होंने कहा है कि ग्रामीण रोजाना जान जोखिम में डालकर जीने को मजबूर हैं।


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