इंसान के जीवन में सकारात्मक उर्जा का प्रवाह करती है हंसी Moradabad News
लॉकडाउन में संकट नहीं भरपूर मिल रहा समय। जूम एप पर हंसी के लिए शेयर कर रहे वीडियो। हंसने का नाम ही तो जिंदगी है।
मुरादाबाद,जेएनएन। हंसी से जीवन की राह आसान करने वालों के लिए लॉकडाउन संकट नहीं है। हंसने पर आंच नहीं आई है। पार्क में बैठकर खुलकर हंसने वाले अब घरों में हंस रहे हैं। मनोवैज्ञानिक भी मानते हैं कि अधिक हंसने वाले लोग अधिक स्वस्थ और बुद्धिमान होते हैं।
जीवन में मिठास और ऊर्जा की तलाश के लिए मई का पहला रविवार विश्व हास्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। मुरादाबाद क्लब के सचिव डा.एसके राज बताते हैं कि सोशल मीडिया, वाट्सअप और अन्य ग्रुपों में जुड़े क्लब के सदस्य हंसी के क्लास से वंचित नहीं हैं। मार्निंग वाक थमा है मगर ट्रेडमिल पर दौड़ लगाने वाले जूम एप पर प्रयास शेयर कर रहे हैं।
क्लब और योगा टीम का फोकस
योग प्रशिक्षक रितू नारंग का मानना है कि आदमी आत्मा, आंख, नाक और शरीर के हर अंग से हंसता है। सांस और हंसी ही जीवन के दो तोहफे हैं। कहती हैं हंसी मन से नकारात्मक विचार हटाती है और सकारात्मक उर्जा का हमारे मन और शरीर में प्रवाह कराती है। पतंजलि योग समिति और आई डब्ल्यूसी की सदस्य पूनम चौहान तो हर शिविरों में पहले सिंह गर्जना का अभ्यास कराते थे। अब घर पर ही करते हैं।
मजबूत होता है ब्रेन
आइएमए के सचिव डा.सीपी सिंह कहते हैं कि हंसी और प्राणायाम एक तरह का काम है। प्रणायाम शरीर में आक्सीजन का संचार प्रभावी करता है और ठहाके का ब्रेन मजबूत करता है।