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पर्यावरण का विनाश कर रहे भू-माफिया, केमिकल डालकर सुखा रहे आम के हरे बाग Amroha news

प्‍लाटिंग करके जेब भरने के लिए भू-माफिया पर्यावरण पर लगातार हमला कर रहे हैं लेकिन जिम्मेदार गहरी नींद में सो रहे हैं।

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 01:36 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jan 2020 01:36 PM (IST)
पर्यावरण का विनाश कर रहे भू-माफिया, केमिकल डालकर सुखा रहे आम के हरे बाग Amroha news
पर्यावरण का विनाश कर रहे भू-माफिया, केमिकल डालकर सुखा रहे आम के हरे बाग Amroha news

अमरोहा (राशिद चौधरी)। आम पट्टी के नाम से देश भर में मशहूर जनपद अमरोहा का हसनपुर कस्बा चारों तरफ से आम के हरे बागों से घिरा हुआ है। पिछले कुछ साल से यहां भू-माफिया सक्रिय हो गए हैं। प्‍लाटिंग करने के लिए आम के हरे बागों पर कुल्हाड़ी चलाई जा रही है। भू-माफिया अपने रसूख और साठगांठ करके हरे भरे पेड़ों की अनुमति लेकर बाग कटवा रहे थे लेकिन, पिछले कुछ दिन से आला अधिकारियों के तेवर सख्त होने पर अनुमति में हो रही असुविधा दूर करने के लिए प्‍लाटिंग करने वालों ने नया तरीका इजाद किया है। अब केमिकल डालकर पहले हरे भरे पेड़ों को सुखाया जाता है और फिर उन्हें फलविहीन दर्शाकर अनुमति हासिल कर रहे हैं लेकिन, विभाग के अधिकारियों का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। हसनपुर में एक एक करके आम के दर्जनों बागों के कटने से हरा भरा चमन मैदानों में तब्दील हो गया है लेकिन, निजाम की नींद नहीं टूट रही है। 

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सप्ताह भर पहले रात में काटे गए हरे पेड़

प्‍लाटिंग में अधिक आमदनी होने के फेर में भू-माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि पिछले सप्ताह तहसील मुख्यालय के पास अमरोहा मार्ग पर रात के अंधेरे में एक बाग से बिना किसी अनुमति के 19 हरे पेड़ काट लिए गए थे। सुबह तहसीलदार अर्चना शर्मा ने आम का हरा बाग कटा देखकर अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी थी। अधिकारियों के आदेश पर वन रक्षक पलटराम की तहरीर पर एक लकड़ी व्यापारी के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा कायम कराकर वन विभाग ने अपना पल्ला झाड़ लिया।

अफसरों के बंगलों के पास से उजड़ रही हरियाली

अफसरों के बंगलों के आसपास तक से हरियाली उजड़ रही है। हसनपुर गजरौला मार्ग, हसनपुर अमरोहा मार्ग, हसनपुर सम्भल मार्ग तथा रहरा हसनपुर मार्ग समेत कस्बे में चारों ओर बागों को काटकर प्लाङ्क्षटग का खेल चल रहा है।

आम के बागों को केमिकल से सुखाने की शिकायत नहीं मिली है। अगर ऐसा है तो उद्यान विभाग को पत्र भेजकर जांच के लिए कहा जाएगा। शिकायत सही मिलने पर संबंधित बाग मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

- रमेश चंद्र, डीएफओ, अमरोहा।


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