जानिए, सोत नदी का पानी पड़ रहा काला, नहीं पीते हैं लोग
चन्दौसी(मुरादाबाद)। पिछले दिनों पहाड़ों पर हुई लगातार बारिश से गंगा ही नहीं अन्य नदियां भी उफान भरने लगी थीं। सोत नदी का फ्लो भी बढ़ गया था, लेकिन इसका पानी काला पड़ गया है और पीने योग्य नहीं रहा है।
चन्दौसी(मुरादाबाद)। पिछले दिनों पहाड़ों पर हुई लगातार बारिश से गंगा ही नहीं अन्य नदियां भी उफान भरने लगी थीं। जंगलों का कचरा नदियों में बहकर आ गया था। मानसून खत्म होने के बाद अब भी नाले नालियों का पानी नदियों में पहुंचने से नदियां प्रदूषित हो रही हैं। बाढ़ के बाद अब चन्दौसी से पांच किलोमीटर दूर स्थित गांव बर्रई से सट कर जा रही सोत नदी में कचरा और काला बदबूदार पानी बह रहा है जिससे नदी का पानी खेतों की ¨सचाई के लिए भी उचित नहीं रह गया है।
एक नदी में पानी नहीं, एक फ्लो संग बह रही
बारिश से कुढ़फतेहगढ़ के गांव नगलापूर्वा से सट कर जा रही आरिल नदी और चन्दौसी की सोत नदी भी उफान भरने लगी थीं। जब दोनों नदियों का मौका मुआयना किया गया तो आरिल नदी में पानी ही नहीं रहा जबकि सोत नदी पूरे फ्लो के साथ बह रही है। सोत नदी का पानी काला और बदबूदार हो गया है। इतना ही नहीं नदी में कचरा बह कर आ रहा है।
ग्रामीण भी चिंतित
ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के चलते शहरों के नाले लबालब भर कर चल रहे हैं। नालों का पानी सोत नदी में गिर रहा है। जिससे नदी का पानी भी काला और बदबूदार हो गया है। भारी मात्रा में कीचड़ के साथ कचरा भी आ रहा है। पानी ¨सचाई के भी सही नहीं है।
ऑक्सीजन घटी, कार्बन डाई ऑक्साइड बढ़ी
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार बाढ़ के दौरान नदियां उफान पर चल रहीं थी तो उस समय नदियों के जल में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ गई थी। लेकिन नदियों का जलस्तर घटने के साथ ही नदियों में कचरा और गंदगी आने से ऑक्सीजन की मात्रा घट गई है। सोत नदी का हाल जाने तो नदी में काला पानी और कूड़ा कट कर बह कर आ रहा है। बदबू के कारण नदी के पास रुकना भी मुश्किल है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग का इस ओर ध्यान नहीं है। बता दें कि सम्भल जनपद में प्रदूषण नियंत्रण विभाग का दफ्तर ही नहीं है। मुरादाबाद के प्रदूषण नियंत्रण विभाग पर ही सम्भल जनपद की जिम्मेदारी है।