जानिए, चिटफंड कंपनी के मायाजाल में कैसे फंसते गए लोग
मुरादाबाद :रामपुर में एक और चिटफंड कंपनी लोगों के लाखों रुपये ऐंठकर भागने की फिराक में है।
मुरादाबाद। रामपुर में एक और चिटफंड कंपनी लोगों के लाखों रुपये ऐंठकर भागने की फिराक में है। पुलिस के संज्ञान में मामला आ चुका है। यदि समय रहते पुलिस ने कार्रवाई की तो आरोपित पकड़े जा सकते हैं और लोगों की रकम वापस मिल सकती है। इस संबंध में कुछ लोगों ने पुलिस अधीक्षक से भी शिकायत की है।
ये है पूरा मामला
चिटफंड कंपनी का मुख्य कार्यालय मिलक में खुला है। इस कंपनी ने लोगों का पैसा लगाने के लिए एजेंट बनाए थे। जालिफनगला गाव के मोहम्मद हनीफ और बरेली के थाना सीबीगंज के ग्राम नदोसी परसाखेड़ा की सरला मौर्य उर्फ सुदामा पत्नी सोमपाल मौर्य भी कंपनी में एजेंट बने थे। दोनों ने लोगों को कंपनी से जोड़ा और उनका रुपये इसमें जमा कराए। दोनों ने बताया कि कंपनी इन रुपयों का निवेश प्रॉपर्टी खरीदने और होटल व्यवसाय में करती है। महिला के द्वारा कंपनी में करीब 11 लाख रुपये जमा कराए, जबकि दूसरे एजेंट ने डेढ़ लाख रुपये जमा कराए। जमा रकम वापस मागने पर कंपनी संचालकों ने आनाकानी शुरू कर दी। ज्यादा दबाव बनाने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। दोनों एजेंट ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर कंपनी मालिकों द्वारा खरीदी जमीनों को बेचकर भागने की आशका जताई है। इससे पहले ही कंपनी मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर लोगों की रकम वापस दिलाए जाने की माग की है। पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि मामले की जाच मिलक कोतवाली पुलिस को दे दी है।
पहले भी कई कंपनिया कर चुकी हैं ठगी
जिले में पहले भी कई चिटफंड कंपनिया यहा के भोले-भाले लोगों के साथ ठगी कर चुकी हैं। इनमें उत्तराखंड, मथुरा, पंजाब आदि राज्यों की कंपनियों ने यहा अपने कार्यालय खोले। लोगों को कम समय में उनकी रकम ज्यादा करने का लालच दे दिया। बाद में लाखों रुपये इकट्ठा करके कंपनी के लोग दफ्तर बंद कर फरार हो गए। पुलिस ने भी इन मामलों में पीड़ितों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया, लेकिन किसी भी कंपनी संचालक को नहीं पकड़ सकी।