वाह, सम्भल में किताबों में देखकर परीक्षा देते नजर आए नौनिहाल
जागरण संवाददाता सम्भल बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालय तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय में द्वितीय सत्र की परीक्षा मंगलवार को शुरू हुई लेकिन ज्यादातर स्कूलों में परीक्षा के नाम पर महज खानापूरी हुई। विद्यालयों में बच्चे समूह में किताब देखकर परीक्षा देते नजर आए। छमाही परीक्षा में पूरी तरह से खानापूरी की गई। अफसरों ने भी निरीक्षण करने की जहमत नहीं उठाई जिससे शिक्षक मनमानी करते नजर आए। हैरानी की बात तो यह है कि शिक्षकों ने परीक्षा के दौरान बच्चों को क्लास बार अलग नहीं बैठाया। एक ही कमरे में बैठकर बच्चे परीक्षा देते नजर आए। कुछ बच्चे गेम खेलते भी देखे गए। जिले में 1046 प्राइमरी व 476 जूनियर सहित कुल 1522 सरकारी स्कूल है। इनमें 20
मुरादाबाद, जेएनएन। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालय तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय में द्वितीय सत्र की परीक्षा मंगलवार को शुरू हुई, लेकिन ज्यादातर स्कूलों में परीक्षा के नाम पर महज खानापूरी हुई। विद्यालयों में बच्चे समूह में किताब देखकर परीक्षा देते नजर आए। छमाही परीक्षा में पूरी तरह से खानापूरी की गई। अफसरों ने भी निरीक्षण करने की जहमत नहीं उठाई, जिससे शिक्षक मनमानी करते नजर आए। हैरानी की बात तो यह है कि शिक्षकों ने परीक्षा के दौरान बच्चों को क्लास बार अलग नहीं बैठाया। एक ही कमरे में बैठकर बच्चे परीक्षा देते नजर आए। कुछ बच्चे गेम खेलते भी देखे गए।
सम्भल जिले में 1046 प्राइमरी व 476 जूनियर सहित कुल 1522 सरकारी स्कूल है। इनमें 2,08,985 बच्चे अध्ययनरत हैं। मंगलवार को तय परीक्षा कार्यक्रम के तहत पहले दिन कक्षा एक की अंग्रेजी मौखिक, कक्षा दो की प्रथम पाली में अग्रेंजी लिखित, द्वितीय पाली में अग्रेंजी मौखिक, कक्षा तीन की प्रथम पाली में अग्रेंजी व दूसरी पाली में हमारा परिवेश व चार एवं पांच की प्रथम पाली में अग्रेंजी लिखित एवं दूसरी पाली में हमारा परिवेश तथा कक्षा छह,सात एवं आठ की प्रथम पाली में विज्ञान व द्वितीय पाली में संस्कृत व उर्दू की परीक्षा कराई गई। सुबह से ही बच्चों ने स्कूलों में पहुंचकर परीक्षा दी। होली पर्व नजदीक होने की वजह से स्कूलों में बच्चों की संख्या भी कम रही है। परीक्षा के दौरान अव्यवस्था देखने को मिली। शहर के मोहल्ला कोटपूर्वी स्थित प्राथमिक विद्यालय में बच्चें एक ही कमरे में परीक्षा देते नजर आए। आपस में एक दूसरे से पूछकर बच्चे पेपर कर रहे थे। वहीं शहर के मोहल्ला हल्लू सराय स्थित प्राथमिक विद्यालय में परीक्षा के दौरान शिक्षिका अपने मोबाइल में व्यस्त थी। बच्चे किताब में देखकर परीक्षा दे रहे थे। एक दो बच्चे तो गेम खेलते मिले। शिक्षिका ने भी बच्चों को अनुशासन में परीक्षा करने की सलाह भी नहीं दी। बीएसए वीरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि परीक्षा में अनुपस्थित छात्र-छात्राओंके बारे में अभी जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई है। खंड शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है। अभी तक किसी भी स्कूल में नकल कराए जाने की रिपोर्ट किसी भी खंड शिक्षा अधिकारी ने नहीं दी है। यदि कहीं भी मामला प्रकाश में आया तो लापरवाह प्रधानाध्यापकों पर कार्रवाई की जाएगी।