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गुजराती मुहल्ले में लूट के बाद बुजुर्ग दो सगी बहनों की हत्या

मुरादाबाद : रेती स्ट्रीट के गुजराती मुहल्ले में लूट के बाद बुजुर्ग दो सगी बहनों की हत्या कर दी गई।

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Dec 2018 06:05 AM (IST)Updated: Sun, 02 Dec 2018 06:05 AM (IST)
गुजराती मुहल्ले में लूट के बाद बुजुर्ग दो सगी बहनों की हत्या
गुजराती मुहल्ले में लूट के बाद बुजुर्ग दो सगी बहनों की हत्या

मुरादाबाद : रेती स्ट्रीट के गुजराती मुहल्ले में लूट के बाद बुजुर्ग दो सगी बहनों की हत्या कर दी गई। अलग-अलग कमरे में बेड के नीचे दोनों के शव पड़े थे। हत्या से पहले दोनों कातिल से भिड़ीं भी थीं। मौके पर बिखरा सामान इसकी गवाही दे रहा है। एक बहन का सिर दीवार से टकरा गया, जिससे खून बह रहा था। दोनों की गला दबाकर हत्या की गई है। पुलिस लूट और रंजिश के एंगल के साथ पड़ताल में जुट गई है।

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मुगलपुरा के रेती स्ट्रीट के गुजराती मुहल्ले में रजनीगंदा वाली गली में बगिया का स्कूल ब्रज भवन है। इसमें रेलवे गार्ड रहते थे। हाल में किसरौल के रहने वाले रमेश मेटल वाले इस कोठी को अपना होने का दावा कर रहे हैं। हालांकि अभी तक कोठी में रहने वाले किसी भी व्यक्ति ने रमेश को किराया नहीं दिया। कोठी की ऊपरी मंजिल पर टू रूम सेट में सोहन लाल की दो बेटियां राजरानी (75) और कुसुम अग्रवाल (71) रहती थीं। राजरानी के दो बेटे और तीन बेटियां हैं। सभी की शादी हो चुकी हैं। बड़ा बेटा राजेश उर्फ राजू रामगंगा विहार में, जबकि छोटा विजय दिल्ली में रहता है। बड़ी बहन राजरानी रेलवे चालक नागेश्वर की पत्‍‌नी थीं, जिनकी आठ साल पहले बीमारी से मौत हो चुकी है जबकि कुसुम पीएमएस कॉलेज की रिटायर्ड प्रिसिंपल थी। कुसुम ने शादी नहीं की थी। दोनों बहने एक साथ ही पिता के पुश्तैनी किराये के मकान में रह रही थीं। ग्राउंड फ्लोर में राजरानी का भतीजा सुनील अग्रवाल परिवार के साथ रहता है। शनिवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे सुनील की पत्नी साधना बिजली का मोटर चलाने के लिए ऊपर गई तो देखा राजरानी और कुसुम के घर का दरवाजा खुला है। दोनों कमरों में बेड के पास राजरानी और कुसुम का शव पड़ा था। यह देख साधना की चीख निकल गई। लोग जमा हो गए। दोनों के हाथ-पैर और कान तथा गले की सोने चांदी की ज्वेलरी नहीं थी। साथ ही घर में रखा सभी सामान बिखरा पड़ा था। सुनील ने पुलिस को सूचना दी। एसएसपी जे रविन्दर गौड के साथ पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। राजरानी के बेटे राजेश की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। थाने और क्राइम ब्रांच की लगीं चार टीमें

दोनों महिलाओं की हत्या प्रथम दृष्ट्या रंजिशन लग रही है। पुलिस लूट और रंजिशन दोनों एंगल पर काम कर रही है। थाने और क्राइम ब्रांच की चार टीमें लगाई गई हैं।

-जे रविन्दर गौड, एसएसपी खुला बेडरूम..दो लाश और पर्दे में कातिल

सुशील कुमार, मुरादाबाद :

बगिया वाला स्कूल के नाम से प्रसिद्ध 'ब्रज भवन' की ऊपरी मंजिल पर बेडरूम के अंदर दो सगी बहनों की हत्या से सनसनी फैल गई। दोहरे हत्याकांड को कातिल ने बड़ी प्लानिंग से अंजाम दिया है। अभी तक कोई ऐसा साक्ष्य पुलिस को नहीं मिला, जिससे कातिल तक पहुंचा जा सके। हां इतना जरूर है कि कातिल दोनों महिलाओं का करीबी है, जिसके लिए गाजर का हलवा भी तैयार किया जा रहा था। सुबह जब पुलिस कमरे में पहुंची तो चूल्हे पर चढ़ी हुई कढ़ाई में गाजर का हलवा जला हुआ मिला है, जबकि टीवी भी चलता मिला। कुसुम का चश्मा भी सोफे पर पड़ा था। पुलिस भी दोनों महिलाओं से बातचीत करने वालों की पड़ताल कर रही है। महिलाओं के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली जा रही है। सात बजे बेटी से हुई थी बातचीत

राजरानी से उनकी मंझली बेटी गीता शर्मा निवासी खालसा ने रात सात बजे बातचीत की थी, जिसमें पूछा था कि डॉक्टर से दवाई ले आई क्या। करीब तीन मिनट तक मां बेटी की बातचीत हुई। उस समय राजरानी और कुसुम के अलावा घर पर इलाहाबाद से आई हुई राजरानी की भाभी अंशू और भतीजा विक्की था। अंशू रात आठ बजे ही दोनों के पास से रामगंगा विहार में रहने वाली अपनी बहन के घर चली गई थीं। दोनों बहनों के घुटने में दर्द रहने के चलते कमरे के अंदर से ही दोनों को बाय बोल दिया था। इसके बाद कमरा बंद कर लिया। एक दूसरे के बेड के नीचे पड़े थे शव

सीढ़ी के पास वाले कमरे में राजरानी रहती थीं, उसके बगल वाले रूम में कुसुम अग्रवाल। दोनों कमरे के बीच की दीवार में अंदर से दरवाजा लगा हुआ था, इससे दोनों अंदर से एक दूसरे के कमरे में जा सकती थीं। राजरानी वाले रूम में डबल बेड, कुसुम के रूम में सिगंल बेड है। क्राइमसीन को देखा गया कि राजरानी के बेड के नीचे कुसुम का शव था, जबकि कुसुम के बेड के नीचे राजरानी का शव पड़ा मिला। कुसुम के सिर से खून बह रहा था। यानि उसने कातिलों का मुकाबला किया है। हालांकि, दोनों की गला दबाकर ही हत्या की गई है।

गाजर का हलवा कढ़ाई में और टीवी चलता मिला

घर की रसोई में चूल्हे पर रखी कढ़ाई में हलवा जला हुआ था। यानि कातिलों के लिए गाजर का हलवा गर्म किया जा रहा था। इसी बीच दोनों की हत्या कर दी गई। चूल्हा जलते रहने से हलवा जल गया होगा। हालांकि, गैस बंद मिली। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि कातिलों ने जाते समय गैस बंद की होगी। लेकिन, टीवी को चलता ही छोड़ दिया, जो सुबह चलता मिला। टीवी का रिमोट सोफे पर पड़ा था। घर का बाकी सामान बिखरा हुआ था। सेफ को भी पूरी तरह खंगाला गया था। दोनों ही बेड पर कंबल और तकिए भी पड़े हुए थे। ज्वेलरी भी लूट ली गई

राजरानी की बड़ी बेटी नीतू ने बताया कि वह हाथ, पैर और कान में सोने की ज्वेलरी पहनती थीं। मौसी भी अपनी ज्वेलरी पहने रहती थीं जबकि, दोनों के शव पर ज्वेलरी नहीं मिली। घर के अंदर भी कोई ज्वेलरी और नकदी नहीं मिल पाई। पिता की पेंशन मिलने से दोनों बहनें अपना खर्च चला रही थीं। परिवार के सदस्य दोनों के संपर्क में रहते थे। नीतू ने बताया कि तीन दिन पहले घुटनों में दर्द और बीपी बढ़ने के दौरान बातचीत हुई थी। इनकी तरह दब जाएंगी दोनों बहनों की चीखें

ताबड़तोड़ वारदातों से पुलिस की सतर्कता के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। हत्या, लूट, एवं दुष्कर्म की घटनाएं नासूर बन गई हैं। शहर की घटनाओं से जिम्मेदार अफसरों की सक्रियता एवं संवदेनशीलता सामने आई है। चार साल पहले शैली हत्याकांड तो खुला ही नहीं, पिछले वर्ष पहले हरपालनगर में मौसा और भांजे की हत्या का राजफाश भी नहीं हो सका। अब दोनों बहनों की हत्या में पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी तो सवाल उठ रहे हैं कि कहीं दोनों बहनों की चीखें भी कहीं दब ना जाएं। मौसा और भांजे के मर्डर के पर्दाफाश की तो परिजनों ने ही उम्मीद छोड़ दी है।

महानगर में ही सर्वाधिक अपराध बड़े हैं। क्राइम रिपोर्ट पर नजर डालें तो पाकबड़ा और नागफनी के किसरौल तथा मझोला में डकैती से जिला थर्रा उठा है। मुरादाबाद में कानून व्यवस्था का सूरज अस्त होता नजर आ रहा है। अपराधियों को मंसूबा साधने के लिए संकरी गली एवं अंधेरे का इंतजार नहीं, बल्कि वह सरेराह खौफनाक कारनामा कर पुलिस को रोज चुनौती दे रहे हैं। लंबे समय से जमे थाना प्रभारियों ने तो मानो अपराधियों से दोस्ती कर ली है। भगतपुर के मानपुर में हुई डकैती के दूसरे दिन अफसर मौके पर पहुंचकर खानापूर्ति कर रहे हैं। पुलिस की जाच प्रक्रिया की दिशाहीनता एवं सुस्ती पीड़ितों का मनोबल तोड़ देती है। डॉ. शैली हत्याकाड में सुराग तक नहीं लगा पुलिस

सिविल लाइन में साढे़ चार साल पहले डॉ. शैली, उनके पति डॉ. ओम, बेटी डॉ. किरन व पोती का शव घर के अंदर मिला था। धारदार हथियारों से बेरहमी से हत्या की गई थी। पुलिस से लेकर क्राइम ब्रांच तक मामले की जांच कर चुके हैं। विवेचना का कई बार आदान-प्रदान हो चुका है। उसके बाद भी अभी तक पुलिस कातिल तक नहीं पहुंच पाई है। हरपालनगर में दोहरे हत्याकांड में परिजनों ने छोड़ी उम्मीद

गलशहीद के हरपालनगर में 22 दिसंबर 2017 को रोडवेज के पास अलग-अलग गली में दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मरने वालों की शिनाख्त राहुल व महावीर के रूप में हुई थी। रिश्ते में महावीर राहुल का मौसा था। दोनों की हत्या क्यों और किसने की इसका पर्दाफाश अभी तक नहीं हो सका है। राहुल की बहन ने डीजीपी से लेकर जनप्रतिनिधियों तक चक्कर गला रही हैं। परिवार के लोगों ने अब उम्मीद ही छोड़ दी है। हैलेट रोड से गायब बच्ची का नहीं लगा सुराग

सिविल लाइन थाना क्षेत्र में हैलेट रोड के आगे कपूर कंपनी के पास रहने वाली रानी की तीन साल की पौत्री शिया पुत्री गौतम कई महीने से लापता है। दादी रानी ने हरथला के एक युवक के साथ जाने की बात कही थी। इस मामले में पुलिस रविंद्र नाम के युवक को गिरफ्तार कर अगवा करने के आरोप में जेल भेज चुकी है। उसने किसी सूरज नाम के युवक को बच्ची को देने की बात कही, इसके बावजूद बच्ची का कोई सुराग नहीं लगा।


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