किडनी देकर बेटे को पुनर्जन्म देंगी खैरूलनिशा Amroha news
छह महीना पहले बेटे को बुखार आया तो चेकअप कराया। पता चला कि उसकी दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं।
अमरोहा: छह महीना पहले बेटे को बुखार आया तो चेकअप कराया। पता चला कि उसकी दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं। यह सुनकर परिजनों के होश उड़ गए। एक तो गरीबी ऊपर से इलाज का खर्च। परंतु, गरीब माता-पिता ने हिम्मत नहीं हारी। कर्ज लेकर उपचार कराने में जुट गए। अब मां ने जवान बेटे को अपनी किडनी देकर पुनर्जन्म देने का संकल्प लिया है। इसके लिए वह मकान गिरवी रखने की तैयारी कर रहे हैं। साथ ही गुरुवार को जिलाधिकारी से मिलकर किडनी ट्रांसप्लांट कराने की अनुमति मांगेंगे।
छह माह पहले उसमान को आया था बुखार
नगर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला शाही चबूतरा में अब्दुल अली का परिवार रहता है। वृद्ध अब्दुल अली पेशे से मजदूर हैं तथा परिवार में पत्नी खैरूलनिशा के अलावा सात बच्चे हैं। उनके 30 वर्षीय बेटे उसमान को छह महीना पहले बुखार आया था। स्थानीय चिकित्सकों से उपचार के बाद सुधार नहीं हुआ तो मेरठ के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करा दिया।
जांच रिपोर्ट ने उड़ा दिए परिवार के होश
जांच रिपोर्ट ने परिजनों के होश उड़ा दिए। उसमान की दोनों किडनी खराब हो चुकी थीं। जवान बेटे की किडनी खराब होने के बाद परिजनों में हड़कंप मच गया। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के बाद भी बेटे को उन्होंने मुरादाबाद, दिल्ली व मेरठ के अस्पतालों में दिखाया। ताकि कोई रास्ता निकल आए। परंतु चिकित्सकों ने किडनी ट्रांसप्लांट के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं बताया।
छह माह के भीतर परिवार ने इलाज पर खर्च किए पांच लाख से अधिक
छह महीने के भीतर गरीब माता-पिता बेटे के इलाज पर पांच लाख रुपये से ज्यादा खर्च कर चुके हैं तथा कर्ज में डूब चुके हैं। ऐसे में खैरूलनिशा ने बेटे को किडनी देने का फैसला लिया है। साथ ही आगे इलाज पर खर्च होने वाले पैसे के लिए मकान गिरवी रखने की तैयारी की है। इस संबंध में परिजन गुरुवार को जिलाधिकारी उमेश मिश्र से मिलकर किडनी ट्रांसप्लांट कराए के लिए अनुमति मांगेंगे। साथ ही वह सभी कागजी कार्रवाई पूरी करने में जुटे हैं।
मैं किडनी दूंगी, बेटा ठीक हो जाना चाहिए
खैरूलनिशा ने बताया कि छह महीना पहले बेटे की किडनी खराब होने की जानकारी मिली थी। मैं बेटे को किडनी दूंगी, किसी भी सूरत में मेरे बेटे की तबियत ठीक होनी चाहिए। अब तक के इलाज में कर्ज भी हो गया है। अब मकान गिरवी रख कर बेटे का इलाज कराना है। इसके लिए डीएम व सीएमओ से मिलकर किडनी देने के लिए अनुमति मांगेंगे। इंशाअल्लाह मेरा बेटा फिर से ठीक होगा।