सरगम फिल्म की शूटिंग के दौरान पहली बार ऋषि कपूर से मिली थीं जयाप्रदा Rampur News
जयाप्रदा का कहना है कि उनके पास शब्द नहीं हैं कि वह किस तरह अपने दुख को व्यक्त करें यह कहकर वह भावुक हो गईं।
रामपुर। पूर्व सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा ने फिल्म अभिनेता एवं निर्माता ऋषि कपूर के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके जाने से फिल्म इंडस्ट्री को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है जिसकी भरपाई हो पाना बहुत मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री ने एक ऐसे अद्वितीय एवं हंसमुख कलाकार को खो दिया है, जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता। कपूर परिवार से उनका बहुत करीबी रिश्ता रहा है और ऋषि कपूर उनके लिए हीरो नहीं एक शुभङ्क्षचतक और दोस्त थे। बताया कि वह जब पहली बार फिल्म इंडस्ट्री में फिल्म सरगम के लिए काम करने आईं थीं, तब उनकी पहली बार मुलाकात ऋषि कपूर से हुई और उनका वह हंसता हुआ चेहरा मुझे आज भी याद है। उस समय एक बड़े कलाकार होने के बावजूद भी उन्होंने मुझे बहुत सहयोग दिया, जिसको वह कभी भूल नहीं सकतीं। बताया कि उन्होंने ऋषि कपूर के साथ फिल्म सरगम, ङ्क्षसदूर, घर-घर की कहानी आदि कई बड़ी फिल्मों में अभिनय किया। यह जानकारी उनके प्रतिनिधि मुस्तफा हुसैन ने दी।
ऋषि कपूर से हुई मुलाकातों से जुड़ीं हैं रंगकर्मियों की स्मृतियां
मुरादाबाद : एक दिन पहले अभिनेता इरफान खान के इंतकाल से उनके चहेते प्रेमियों के दिल को धक्का लगा और अगले ही दिन ऋषि कपूर ने अलविदा कह दिया। ऋषि कपूर की फिल्म व उनपर फिल्माए गए गीतों की चर्चा सोशल मीडिया से लेकर लॉकडाउन के दौरान घरों में होती रही। मुरादाबाद तो ऋषि कपूर कभी नहीं आए लेकिन, यहां के रंगकर्मियों की ऋषि कपूर के साथ मुंबई दौरे के दौरान हुई मुलाकातों की स्मृतियां जुड़ी हैं।
ऋषि कपूर की एक फिल्म शूटिंग के दौरान मैं बतौर सिनेमैटोग्राफर होने के नाते ऋषि कपूर से मिला था। तब वह एक फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थे। एक हमारा एसएल स्टूडियों से जल्दी काम खत्म होने पर उनकी शूटिंग देखने चले गए थे। तब शूटिंग के बीच चाय पीते वक्त उनकी नजर मेरी ओर गई थी और मुझे बुलाकर मेरा परिचय पूछा। उन्होंने सिनेमैटोग्राफर के बारे में जानकर मेरी मेरी पीठ थपथपाई थी।
-ऋषि देव शर्मा, निर्देशक सिनेमैटोग्राफर
मुंबई में करीब 30 साल पहले मैनें उनकी चांदनी की शूटिंग देखी थी, तब मैं हम युवा था। उनके निधन से फिल्म जगत को बड़ी क्षति हुई है। उनकी अमर, अकबर, एंथोनी फिल्म में एक्टिंग मुझे बहुत अच्छी लगती है। उनके न रहने से नि:संदेह फिल्म जगत ही नहीं उनके प्रेमियों को आघात पहुंचा है।
पंकज दर्पण, रंगकर्मी, मुरादाबाद
रोमांस के राजकुमार ऋषि कपूर के निधन से हर कोई हतप्रभ है। वह स्व.राज कपूर के होनहार बेटे थे। ऋषि कपूर ने यूं तो सैकड़ों सफल फिल्में दीं लेकिन श्री 420, मेरा नाम जोकर फिल्म में उनकी बाल कलाकार की भूमिका आज उनके निधन से मुझे याद आ गई। बॉबी, चांदनी, नगीना, दीवाना, प्रेम रोग जैसी तमाम फिल्मों में उनके डायलॉग निधन के बाद भी जिंदा रहेंगे।
-डॉ.प्रदीप शर्मा, रंगकर्मी