जुलूस के बानी की चादरपोशी में टूट गए शारीरिक दूरी के सभी नियम
मुरादाबाद हजरत मुहम्मद साहब के जन्मदिन को लेकर लोगों में खासा उत्साह दिखाई दे रहा था।
मुरादाबाद : हजरत मुहम्मद साहब के जन्मदिन को लेकर लोगों में खासा उत्साह दिखाई दे रहा था। कोरोना की वजह से प्रशासनिक स्तर पर जुलूस नहीं निकालने दिया गया। इसके बाद भी लाल मस्जिद रोड पर रोशनी देखने के लिए सैंकड़ों लोगों की आवाजाही देर शाम तक रही। वहीं जुलूस के बानी फखरे मिल्लत मौलाना नजीरुल अकरम की मजार पर चादरपोशी के दौरान शारीरिक नियमों की धज्जियां उड़ीं।
कोरोना काल में धार्मिंक आयोजनों में भीड़ को रोकना किसी के बस में नहीं है। इस लिहाज से मरकजी जमीयत अहले सुन्नत कमेटी के सदस्यों ने जुलूसे मुहम्मदी निकालने को लेकर प्रशासन से इजाजत मांगी। सभी पहलुओं पर गौर करने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने 200 लोगों के साथ जुलूस निकालने की परमीशन देने की बात कही थी। इसपर कमेटी के सदस्यों ने इतनी कम संख्या में जुलूस निकालने के लिए मना कर दिया। इसके बाद गली-मुहल्लों में रोशनी करने और घरों में नज्र पेश करने की मुनादी लगवाई गई लेकिन, शुक्रवार को तमाम तैयारियों की धज्जियां उड़ गई। लोगों ने दिनभर घरों में नज्र पेश की। शाम को रोशनी देखने के लिए सैंकड़ों लोगों की आवाजाही लाल मस्जिद रोड पर हो गई। यही हाल जुलूस के बानी मौलाना नजीरुल अकरम की मजार पर देखने को मिला। हालांकि कमेटी सदस्यों ने नज्र के लिए शारीरिक दूरी के साथ लाल मस्जिद में फातिहा दिलाई थी। इसके बाद उनके बस में भी भीड़ नहीं रही। रात तक हालात ये हो गए थे कि लोगों का बचकर निकलना भी मुश्किल हो गया।