रामपुर शहर से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे जेल में बंद सांसद आजम खां, तैयारियों में जुटे समर्थक
अब्दुल्ला की सभी 43 मुकदमों में जमानत हो चुकी है। लेकिन आजम खां की दो मामलों में अभी जमानत होना बाकी है। उनके खिलाफ 87 मुकदमे अदालतों में विचाराधीन हैं। उनकी जिन दो मामलों में जमानत नहीं हुई है उनमें एक शत्रु संपत्ति से जुड़ा मामला है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। रामपुर सांसद आजम खां करीब पौने दो साल से सीतापुर जेल में बंद हैं, लेकिन जेल में रहकर भी रामपुर शहर से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। उनके समर्थक भी इसी तैयारी में जुट गए हैं। वह शहर सीट से नौ बार विधायक चुने जा चुके हैं। साल 2019 में लोकसभा चुनाव लड़े और सांसद बन गए। इसके बाद उन्होंने विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया। तब उप चुनाव में उनकी पत्नी डा. तजीन फात्मा विधायक चुन ली गईं। विधायक बनने के बाद उन्हें भी जेल जाना पड़ गया। 10 माह बाद वह जेल से छूट गईं। लेकिन, आजम खां अपने बेटे अब्दुल्ला समेत सीतापुर की जेल में बंद हैं।
अब्दुल्ला की सभी 43 मुकदमों में जमानत हो चुकी है। लेकिन, आजम खां की दो मामलों में अभी जमानत होना बाकी है। उनके खिलाफ 87 मुकदमे अदालतों में विचाराधीन हैं। उनकी जिन दो मामलों में जमानत नहीं हुई है, उनमें एक शत्रु संपत्ति से जुड़ा मामला है, जिसमें हाईकोर्ट में फैसला सुरक्षित है, जबकि जल निगम भर्ती घपले में सात जनवरी को सुनवाई होगी। उनके समर्थकों को उम्मीद है कि आजम खां शीघ्र ही जमानत पर छूट जाएंगे। अगर बाहर नहीं आते हैं तब भी विधानसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी है। हालांकि अभी हाईकमान से घोषणा नहीं हुई है, इसलिए पार्टी नेता खुलकर बोलने से बच रहे हैं, जबकि चर्चा सब उन्हें ही चुनाव लड़ाने की कर रहे हैं।
जिलाध्यक्ष बोले-सभी सीटों पर सपा मजबूत : सपा के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल का कहना है कि तमाम कार्यकर्ता तो यही चाहते हैं कि आजम खां रामपुर शहर से चुनाव लड़ें। हमें पूरी उम्मीद है कि वह जल्द ही जेल से बाहर आएंगे। रामपुर जिले में सभी पांचों सीटों पर इस बार सपा मजबूत स्थिति में है। हमारा प्रयास है कि सभी सीटों पर हमारे प्रत्याशी विजयी हों।