मिसाल बने हमीरपुर के सलमान, जूते की फैक्ट्री में 50 दिव्यांगों को दे चुके हैं रोजगार
International Day of Disability 2020 साथियों के सहयोग से खड़ी कर दी जूतों की फैक्ट्री। हर साल जुड़ रहे हैं दिव्यांग। साथियों को मिल रहा काम। सलमान के साथ इस कारोबार में करीब 50 दिव्यांग जुड़े हैं इनमें से कुछ मार्केटिंग का काम करते हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। International Day of Disability 2020। काशीपुर रोड जिला हमीरपुर गांव के सलमान से दिव्यांगता भी हार गई उन्हें नौकरी नहीं मिली तो जूते बनाने का काम शुरू किया और फैक्ट्री खड़ी कर दी। उनके साथ एक नहीं बल्कि 50 दिव्यांग साथी जुड़े हैं। हर साल नए साथी चुनने का सिलसिला जारी है। सलमान अकेले ही इस फैक्ट्री के मालिक नहीं है। उनके साथी भी इस फैक्ट्री में हिस्सेदारी रखते हैं।
हमीरपुर गांव निवासी दिव्यांग सलमान ने काशीपुर हाईवे अपने गांव में जूते का छोटा सा काम शुरू किया था। सलमान जन्म से दोनों पैरों से दिव्यांग हैं। इससे पहले नौकरी की तलाश भी करते रहे लेकिन नौकरी नहीं मिली तो काम के अलावा कोई दूसरा रास्ता ही नहीं सूझा। वर्ष 2018 में पांच लाख रुपये लगाकर किराए के मकान में टारगेट नाम से कंपनी खोली थी। चप्पल और डिटर्जेंट बनाने का काम शुरू किया। उनका कारोबार बढ़ता ही जा रहा था। लेकिन, कोरोना ने उनके काम को भी प्रभावित कर दिया। सलमान के साथ इस कारोबार में करीब 50 दिव्यांग जुड़े हैं इनमें से कुछ मार्केटिंग का काम करते हैं। कोरोना की वजह से फैक्ट्री के उत्पादन पर काफी असर पड़ा था। लेकिन अब धीरे-धीरे फिर से सलमान ने उसे संभालना शुरू कर दिया है। सलमान का कहना है कि उनका मकसद दिव्यांगों को उनके पैरों पर खड़ा करना है। ताकि वह किसी के आगे भीख ना मांगे फिर खुद इतने सशक्त बनें कि दूसरों को रोजगार देकर मिसाल कायम करें।
244 दिव्यांगों को मिली ट्राई साइकिल
गुरुवार को जिला विकलांग कल्याण विभाग की तरफ से 244 दिव्यांगों को ट्राई साइकिल और वैशाखी दी गई। दिव्यांगों का चयन ब्लॉक स्तर पर आवेदन लेकर किया गया था।