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Indian Railways : चारधाम रेल मार्ग को समय से पूरा करने के ल‍िए एक साथ 10 टनल का निर्माण शुरू

प्रथम चरण के चारधाम रेल मार्ग को समय से पूरा करने के लिए एक साथ 10 टनल का निर्माण शुरू हो गया है। इस मार्ग में 15 किलोमीटर लंबी टनल का निर्माण कराया जा रहा है। टनल का निर्माण करने के लिए विदेश से मशीन मंगाई गई हैै।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 01:38 PM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 01:38 PM (IST)
Indian Railways : चारधाम रेल मार्ग को समय से पूरा करने के ल‍िए एक साथ 10 टनल का निर्माण शुरू
यात्री सुविधा को लेकर अन्य बड़े काम शीघ्र शुरू करने जा रहा है।

मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। प्रथम चरण के चारधाम रेल मार्ग को समय से पूरा करने के लिए एक साथ 10 टनल का निर्माण शुरू हो गया है। इस मार्ग में 15 किलोमीटर लंबी टनल का निर्माण कराया जा रहा है। टनल का निर्माण करने के लिए विदेश से मशीन मंगाई गई हैै। मंडल रेल प्रशासन भी चारधाम के पहले रेलवे स्‍टेशन योगनगरी पर यात्री सुविधा को लेकर अन्य बड़े काम शीघ्र शुरू करने जा रहा है।

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रेलवे प्रशासन ने उत्तराखंड के चारधाम रेल मार्ग का निर्माण दो चरण में कराने जा रहा है। पहले चरण में योगनगरी ऋषिकेश से कर्ण प्रयाग तक रेल मार्ग बनाया जा रहा है। इस मार्ग का पहला स्टेशन योगनगरी तैयार हो गया है आगे के रेललाइन बिछाने के लिए पुल आदि का निर्माण काफी पहले हो चुका है। केंद्र सरकार ने प्रथम चरण का निर्माण वर्ष 2024 के पहले पूरा करना योजना तैयार की है। इस मार्ग के निर्माण कार्य का रेल मंत्रालय के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) निगरानी कर रहा है। इस मार्ग के ल‍िए बजट की कमी नहीं होने दी जा रही है। रेलवे विकास निगम लिमिटेड (आरबीएनएल) समय से निर्माण कार्य पूरा करने में जुट गया है। योगनगरी से कर्ण प्रयाग तक 125 किलोमीटर रेल मार्ग का निर्माण क‍िया जाना है। इसमें 105 किलोमीटर टनल होगा। 20 किलोमीटर में ही ट्रेन खुले हुए स्थान से गुजरेगी। आरबीएनएल ने प्रथम चरण के निर्माण कार्य को 10 भाग में बांटा है। इसमें ढावला से शिवपुरी, शिवपुरी से ब्यासी, ब्यासी से देव प्रयाग, देव प्रयाग से जनासू, जनासू से श्रीनगर, श्रीनगर से धारीदेवी, धारीदेवी से तिलनी, तिलनी से धोसतीर, धोलती से गौचर और गौचर से कर्ण प्रयाग है। सभी भाग में 10 से अधिक टनल का निर्माण कराया जाना है। इसमें सबसे लंबा टनल चैनाग के पास बनाया जाएगा, जिसकी लंबाई 15 किलोमीटर से अधिक है। आरबीएनएल ने सभी भाग के लिए अलग अलग कंपनी को को काम सौंपा है। सभी कंपनियों ने पिछले माह टनल व अन्य निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। योगनगरी से कर्ण प्रयाग तक समांतर टनल भी बनाए जाएंगे। जिससे कोई दुर्घटना होने पर राहत कार्य आसानी से किया जा सके। इस रेल मार्ग का पूरी तरह के विद्युतीकरण होगा। रेलवे इस मार्ग का न‍िर्माण इस तरह से करा रहा है। इससे ट्रेन सौ किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेगी। मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि योगनगरी कर्ण प्रयाग रेल मार्ग पर ट्रेन चलाने के लिए तेजी से निर्माण कराया जा रहा है। इस मार्ग का प्रथम स्टेशन योगनगरी में मंडल प्रशासन को यात्री सुविधा को लेकर कई काम कराने हैं।


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