Indian Railways : प्रवासी श्रमिकों की मेहनत से सिंगल रेलवे लाइन हुई दोहरी, दौड़ेंगी ट्रेनें
कोरोना संक्रमण के बाद मार्च से देश भर में लॉक डाउन हो गए। देश भर के श्रमिक बेरोजगार हो गए। श्रमिक पैदल ही परदेश से घर के लिए निकल पड़े। रेल प्रशासन श्रमिकों को घर तक पहुंचने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाया।
मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। प्रवासी श्रमिकों ने पसीने बहाकर रेलवे का कर्ज अदा किया है। प्रवासी श्रमिकों ने सीतापुर रेल मार्ग पर 24 किलोमीटर तक सिंगल लाइन को दोहरीकरण कर दिया है। रेलवे ने इस पर अब ट्रेन दौड़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। 28 फरवरी को कमिश्नर रेलवे आफ सेफ्टी (सीआरएस) का निरीक्षण प्रस्तावित है।
कोरोना संक्रमण के बाद मार्च से देश भर में लॉकडाउन हो गया था। देश भर के श्रमिक बेरोजगार हो गए। श्रमिक पैदल ही परदेस से घर के लिए निकल पड़े। रेल ने प्रशासन श्रमिकों को घर तक पहुंचने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया। मुरादाबाद रेल मंडल में 51 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर श्रमिकों को लेकर पहुंचीं। इसमें 21 ट्रेनें रोजा, शाहजहांपुर, हरदोई क्षेत्र में पहुंचींं थींं। घर पहुंचे प्रवासी श्रमिकों के पास रोजगार नहीं था। रेल प्रशासन ने श्रमिकों को रोजगार देने के लिए रोजा-सीतापुर तक 83 किलोमीटर रेल मार्ग के लिए 650 करोड़ रुपये का बजट दिया। रेल प्रशासन ने प्रवासी श्रमिकों को रोजा के मैगल गंज तक दोहरीलाइन के लिए मिट्टी हटाने, जमीन तैयार करने, पत्थर, स्लीपर व पटरी रखने का काम दिया। दो माह में श्रमिकों ने पसीना बहाकर रेलवे का कर्ज अदा किया। अक्टूबर माह से रेलवे की तकनीकी टीम रेलवे लाइन जोड़, स्टेशनों के यार्ड का विस्तार करने, सिग्नल सिस्टम लगाने, विद्युतीकरण का काम पूरा कर लिया। रेलवे की टीम ने अब प्रवासी श्रमिकों के प्रयास से 24 किलोमीटर की दोहरी रेलवे लाइन पर ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहा है। इसमें बरतारा, ऊंचेलिया, जंगबहादुर गंज स्टेशन शामिल हैंं। इसके निर्माण पर रेलवे ने 165 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। अब प्रवासी श्रमिकों की मेहनत दिखाई देनी शुरू हो गई है। रेलवे ने दोहरीलाइन पर ट्रेन चलाने के लिए सीआरएस से 28 फरवरी को निरीक्षण करने का अनुरोध पत्र भेजा है। सीआरएस के निरीक्षण होते ही दोहरीलाइन पर ट्रेन चलनी शुरू हो जाएंगी। गुरुवार को उत्तर रेलवे महा्प्रबंधक आशुतोष गंगल भी दोहरीलाइन का निरीक्षण करेंगे। डिप्टी चीफ इंजीनियर (कंस्टक्शन) विकास गोयल ने बताया कि दोहरी रेलवे लाइन के निर्माण में दो माह तक प्रवासी श्रमिकों द्वारा जमीन आदि तैयार करने में काम किया गया था। सीआरएस के निरीक्षण के बाद तीन स्टेशनों के बीच दोहरी रेलवे लाइन पर ट्रेनें चलनी शुरू हो जाएंगी। शेष कार्य दिसंबर 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
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