Indian Railways : रामपुर-बरेली के बीच तीन रेलवे पुलों के नजदीक पहुंचा नदियों का पानी, धीमी गति से चलीं ट्रेनें
flood water near railway bridge नदियों का जलस्तर बढ़ाने से रामपुर-बरेली के बीच तीन रेलवे पुलों को पानी ने छूना शुरू कर दिया है। इस मार्ग पर ट्रेनों को धीमी गति से चलाया जा रहा है। रेल प्रशासन ने मालगाड़ी से लाइन की मरम्मत के लिए सामग्री मंगा ली है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। flood water near railway bridge : पहाड़ पर बने छोटे डैम से लगातार बरसात का पानी छोड़ा जा रहा है। नदियों का जलस्तर बढ़ाने से रामपुर-बरेली के बीच तीन रेलवे पुलों को पानी ने छूना शुरू कर दिया है। इस मार्ग पर ट्रेनों को धीमी गति से चलाया जा रहा है। आपात स्थिति से निपटने के लिए रेल प्रशासन ने मालगाड़ी से लाइन की मरम्मत के लिए सामग्री मंगा ली है।
बुधवार को कोसी नदी का जलस्तर बढ़ जाने के रामपुर-मुरादाबाद के बीच अप लाइन पर पानी आ गया था। इससे लखनऊ से मुरादाबाद आने वाली ट्रेनों को बंद कर दिया गया था। यहां पर रेलवे लाइन के नीचे मिट्टी बह गई थी। रेलवे प्रशासन ने मरम्मत करने के बाद बुधवार शाम से ट्रेनों को 30 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलाना शुरू कर दिया था। रामपुर-बरेली के बीच धनेटा व भटौरा स्टेशन हैं। जिसमें तीन स्थानों पर नदियों के ऊपर से रेललाइन गुजरती है, गुरुवार तड़के जलस्तर बढ़ने से रेलवे पुल के नीचे का हिस्सा पानी ने छूना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि कुमाऊं के पहाड़ में छोटे-छोटे डैम हैं, इसमें बरसात का पानी ऊपर से बहना शुरू हो गया है, इन डैम से पानी छोड़ा गया है। सूचना मिलते ही रेल प्रशासन ने बरेली-रामपुर के बीच ट्रेनों की गति सौ किलो मीटर प्रति घंटा से घटाकर 30 किलो मीटर प्रतिघंटा कर दी गई। साथ ही तीनों पुलों पर निगरानी के लिए तकनीकी टीमों को भेज दिया गया है। साथ ही रेल प्रशासन ने आपात स्थिति से निपटने और रेललाइन की मरम्मत करने के लिए मालगाड़ी के द्वारा पत्थर, रेत से भरे कट्टे और मिट्टी मंगा ली गई है। दूसरी ओर कोसी नदी का लगातार जलस्तर कम हो रहा है, इस लिए मुरादाबाद रामपुर के बीच रेल प्रशासन ने ट्रेनों की गति बढ़ाकर 60 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी गई है। कोसी का पानी नहीं बढ़ा तो ट्रेनें सौ किलो मीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से जल्द चलनी शुरू हो जाएंगी। प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह ने बताया कि तीनों पुलों पर इंजीनियरिंग विभाग की टीम निगरानी कर रही है। जलस्तर और बढ़ता है तो ट्रेन संचालन बंद भी किया जा सकता है।