Indian Railways : रेल यात्रियों को मिल सकती है बड़ी राहत, काशी विश्वनाथ समेत 10 एक्सप्रेस ट्रेनों का चलाने का प्रस्ताव तैयार
रेलवे यात्रियों को जल्द बड़ी राहत मिलने की उम्मीद जगी है। कोरोना संक्रमण के कारण एक साल से अधिक समय से 40 जोड़ी ट्रेनों का संचालन बंद है। इनमें से कुछ का संचालन जल्द शुरू हो सकता है। यात्री लगातार इसकी मांग भी कर रहे हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Rail Division Express Train Operating Proposal : कोरोना संक्रमण के कारण बंद ट्रेनों को चलाने के लिए रेलवे ने मंथन शुरू कर दिया है। मंडल प्रशासन से प्रस्ताव मांग गया है। मंडल रेल प्रशासन ने काशी विश्वनाथ समेत 10 एक्सप्रेस व कुछ प्रचलित ट्रेनों को चलाने का प्रस्ताव तैयार किया है। हालांकि कब से ट्रेन चलाई जाएगी। इसके बारे में कोई सूचना नहीं है।
कोरोना संक्रमण के कारण एक साल से अधिक समय से अभी मंडल में 40 जोड़ी ट्रेनों का संचालन बंद है। यात्रियों से होने वाले आय में कमी आयी है। दूसरी ओर जनता का लगातार बंद ट्रेनों को चलाने के लिए दबाव है। रेलवे अधिक माल ढुलाई करने के बाद भी घाटा कम नहीं कर पाया है। इसलिए यात्री किराया से आय बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। रेलवे बोर्ड के निर्देश पर उत्तर रेलवे प्रशासन ने सभी रेल मंडल से बंद ट्रेनों को चलाने का प्रस्ताव भेजने को कहा है। ऐसे ट्रेनों का चयन करने के निर्देश दिए हैं, जिसमें यात्रियों की भीड़ अधिक रहती थी। उत्तर रेलवे मुख्यालय के आदेश पर मंडल का वाणिज्य व परिचालन विभाग बंद ट्रेनों को चलाने का का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। इसमें नई दिल्ली से वाराणसी जाने वाली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, बरेली-नई दिल्ली इंटरसिटी, नई दिल्ली-न्यू मालदा टाउन एक्सप्रेस प्रमुख हैं। इसमें यात्रियों की काफी भीड़ रहती थी। मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर काफी यात्री सवार होते हैं। इन ट्रेनों से अच्छी आय भी होती है। इसके अलावा अमृतसर-हाबड़ा के बीच चलने वाली पंजाब मेल, डुप्लीकेट पंजाब मेल, मेरठ-लखनऊ के बीच चलने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस चलाने को भी चलाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। पैसेंजर ट्रेन में मुरादाबाद-गाजियाबाद मेमू, मुरादाबाद-चन्दौसी पैसेंजर, सहारनपुर-मुरादाबाद-लखनऊ पैसेंजर ट्रेन चलाया जाना प्रस्तावित है। मंडल वाणिज्य प्रबंधक गौरव दीक्षित ने बताया कि मुख्यालय ने बंद ट्रेनों को चलाने का प्रस्ताव मांगा है। दस जोड़ी एक्सप्रेस व पांच जोड़ी पैसेंजर ट्रेन चलाने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसे उत्तर रेलवे मुख्यालय भेज दिया जाएगा। मुख्यालय की स्वीकृति के बाद ही प्रस्तावित ट्रेनें चलाई जा सकती हैं।
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