Indian Railways : कोरोना पीड़ित रेल कर्मियों को अस्पताल में जगह नहीं मिली तो घर पर लगेगी आक्सीजन मशीन
Railway staff Corona Infection Treatment Oxygen machine Facility कोरोना संक्रमित रेलवे कर्मचारियों को अब ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। रेलवे ने ऐसे कर्मचारियों के लिए घर पर ही आक्सीजन मशीन की सुविधा देने की रणनीति तैयार की है।
मुरादाबाद [प्रदीप चौरसिया]। Railway staff Corona Infection Treatment Oxygen machine Facility : कोरोना की चपेट में आने वाले रेल कर्मियों को आक्सीजन की कमी नहीं होगी। अस्पताल में जगह नहीं मिलने पर पीड़ित रेल कर्मियों के घरों पर हवा से आक्सीजन अलग करने वाली मशीन (Oxygen Concentrator) लगाकर उनका इलाज किया जाएगा। मंडल रेल प्रशासन कर्मचारी हित निधि से 30 उपकरण खरीदने जा रहा है। इस निधि से कोरोना से मरने वाले रेल कर्मियों के आश्रितों को 25 हजार रुपये की सहायता राशि भी दी जाएगी।
कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अनियंत्रित कोरोना संक्रमण से पीड़ितों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। आक्सीजन की कमी से कई लोग दम तोड़ देते हैं। रेलवे प्रशासन ने कोरोना संक्रमित कर्मियों का बेहतर इलाज कराने के लिए रेलवे अस्पताल में विशेष व्यवस्था की है। रेलवे के सभी प्रमुख अस्पतालों में सेंट्रलाइज आक्सीजन सिस्टम, वेंटीलेंटर, जैसी अन्य उपकरण लगाए गए हैं। मुरादाबाद रेल मंडल अस्पताल में सेंट्रलाइज आक्सीजन सिस्टम, वेंटीलेटर, आइसीयू जैसी सुविधा उपलब्ध है। दूसरी ओर कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद संक्रमित रोगियों के इलाज के लिए किसी भी अस्पताल में बेड खाली नहीं हैं। समय से इलाज व आक्सीजन नहीं मिलने से संक्रमित रोगियों की मौत हो जा रही है। इसमेंं रेलवे कर्मचारी भी शामिल हैं। रेल कर्मियों की मौत होने के कारण रेलवे के ट्रेड यूनियन में आक्रोश है। रेल प्रशासन ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधि के साथ मिलकर संक्रमित रेल कर्मियों को बचाने का प्रयास शुरू कर दिया है। प्रवर मंडल कार्मिक अधिकारी अवधेश कुमार की अध्यक्षता में कर्मचारी हित निधि फंड की बैठक हुई। इसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। आक्सीजन की कमी से संक्रमित रेल कर्मियों को बचाने के लिए 30 आक्सीजन मशीन खरीदने के लिए बजट उपलब्ध कराया है। यह उपकरण कहीं भी आसानी से लगाया जा सकता है। उपकरण हवा से आक्सीजन को अलग कर रोगी को पहुंचाने का काम करता है। संक्रमित रेल कर्मी को इलाज के लिए अस्पताल में जगह नहीं मिलती है तो उसके घर में आक्सीजन मशीन लगाकर इलाज किया जाएगा। यानी बिना आक्सीजन सिलेंडर के रोगियों को बाधा रहित आक्सीजन मिलती रहेगी। इसके अलावा कोरोना संक्रमण से मरने वाले रेल कर्मियों के आश्रितों को 25 हजार रुपये की अतिरिक्त सहायता राशि भी उपलब्ध कराई जाएगी। रेलवे बोर्ड ने आदेश जारी किया है। इसमेें कहा है कि कोरोना संक्रमित रेल कर्मचारी को आक्सी मीटर खरीदने के लिए अधिकतम 12 सौ रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे।