कारागार में चार बंदी कोरोना संक्रमित मिलने से बढ़ी चिता
जागरण संवाददाता मुरादाबाद कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। हाल
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। हालांकि, इस बार संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही है। वहीं आक्सीजन लेवल भी सामान्य है। कारागार में चार और अस्थाई जेल में छह बंदी कोरोना संक्रमित मिलने के बाद अफसरों की चिता बढ़ गई है। क्षमता से चार गुना अधिक बंदियों की संख्या के कारण भी अफसरों को डर सता रहा है कि संक्रमित बंदियों की संख्या और बढ़ सकती है। हालांकि, मौजूदा समय में कारागार में मिलाई पर प्रतिबंध लगा है। इसके बाद भी कारागार में कोरोना संक्रमण पहुंच गया। जो चार बंदी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, उन्हें अलग बैरक में क्वारंटाइन कर दिया गया है। इसके बाद साथ ही किसी भी बंदी की सीधे बैरक में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। पुलिस के द्वारा पकड़े जा रहे अपराधियों को कोर्ट से सीधे पाकबड़ा स्थित अस्थायी जेल में भेजा जा रहा है। सात से 14 दिनों में निगेटिव रिपोर्ट के बाद ही उन्हें कारागार में प्रवेश दिया जा रहा है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा. वीरेश राज शर्मा ने बताया कि सभी बंदियों का वैक्सीनेशन हो चुका है। वहीं जिस बैरक में बंदी कोरोना संक्रमित मिले हैं, उस बैरक में बंद सभी बंदियों का कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है। जेल में सुरक्षा संबंधी सभी उपाय किए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण से बंदी सुरक्षित रहें, इसके लिए उन्हें दूसरी डोज भी लगाई जा रही है।
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नौ बंदियों का सूबे की अलग-अलग जेलों में स्थानांतरण
कारागार में बैठकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले बंदियों का जेल प्रशासन से स्थानांतरण कर दिया है। हालांकि जिन बंदियों का स्थानांतरण किया गया था,उनको दस जनवरी से पहले ही सूबे की अलग-अलग जेलों में शिफ्ट कर दिया गया था। सितंबर माह में भोजपुर थाना क्षेत्र के काफियाबाद गांव में एक राशन डीलर की गोली मारकर हत्या की गई थी। इस मामले में बिलारी थाना क्षेत्र के कुख्यात बदमाश अजीत चौधरी के साथ ही काफियाबाद के पूर्व प्रधान आशीष का नाम सामने आया था। पुलिस ने इस हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए जानकारी दी कि इस हत्याकांड की साजिश जेल के अंदर बैठे दोनों अपराधियों ने मिलकर रची थी। इस घटना के बाद संदिग्ध बंदियों का स्थानांतरण करने के लिए शासन को सूची भेजी गई थी। हालांकि इस घटना के बाद साजिशकर्ता अजीत चौधरी को रामपुर जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था,जबकि पूर्व प्रधान आशीष को मेरठ जेल स्थानांतरित किया गया है। इसके साथ ही सात और बंदियों को उन्नाव,कानपुर,आगरा,बरेली के साथ ही दूसरे जनपदों की जेलों में स्थानांतरित किया गया है।