बिना टीबी ओपीडी के पोर्टल पर चढ़ा दिए गलत आंकड़े, जानिए क्या है पूरा मामला
टीबी कंट्रोल के 14 लैब टेक्नीशियन की लगी रही कोरोना के नमूने लेने में डयूटी। टीबी जिला कार्यक्रम समन्वयक सीएमओ कार्यालय आकर पेश करते रहे फर्जी आंकड़े।
मुरादाबाद। कोरोना संक्रमण की वजह से टीबी रोग पर 22 मार्च से 31 मई तक सरकारी टीबी अस्पताल में कोई जांच नहीं हुई। तीन सीबीनेट पर 595 जांच हुईं। टीबी कंट्रोल के पोर्टल पर 1,095 जांच चढ़ाकर काम दिखाया गया। हालात ये हैं कि जिले से लेकर लखनऊ टीबी कंट्रोल तक के अधिकारियों को गुमराह किया जा रहा है। हालांकि जिला अस्पताल में टीबी की जांच निरंतर होती रही। फर्जी आंकड़ोंं में टीबी की बीमारी को खत्म किया जा रहा है। आंकड़े देखने के बाद आप खुद भी अंदाज लगा सकते हैं। जिला कार्यक्रम समन्वयक हकीकत में क्या करते हैं। इन आंकड़ों की जांच हो जाए तो टीबी कंट्रोल के कामों की हकीकत सामने आ जाएगी।
जिला अस्पताल
माह, टेस्ट, पॉजिटिव, निगेटिव, नो रिजल्ट, एमडीआर
मार्च, 45, 15, 29, 01, 01
अप्रैल, 29, 07, 19 02, 03
मई, 40, 07, 30, 00, 00
जून, 234, 84, 129, 00, 00
टाउन हाल टीबी अस्पताल का हाल
माह टेस्ट,
मार्च 00,
अप्रैल 00,
मई 13,
जून 104,
जुलाई 130,
समन्वयक द्वारा दिए आंकड़े
माह, ओपीडी, जांच
अप्रैल, 923, 156
मई, 2282, 163
जून, 2632, 746
कोरोना डयूटी में नही किया सहयोग
जिला कार्यक्रम समन्वयक की 15 दिन की डयूटी कोरोना जांच की मोबाइल वैन पर लगाई गई थी। इसके बाद वे सीएमओ के पास गए और डयूूूूटी कटवा दी। इससे टीबी कंट्रोल के सभी कर्मचारियों में रोष है। कर्मचारियों का कहना है कि सभी की डयूटी बराबर लगाई जाए।
आंकड़ों में गड़बड़ी है तो उसकी जांच कराई जाएगी। कोरोना की वजह से टीबी कंट्रोल के कार्यक्रम में कमी आई है। सिर्फ जिला अस्पताल में मशीन पर जांच लगातार हुई है। आंकड़ों में क्या गड़बड़ी की गई है चेक कराएंगे।
- डॉ एमसी गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
लॉकडाउन में भी नमूने लिए गए है। टीबी कंट्रोल का काम लगातार चला है। टाउनहाल के अलावा निजी अस्पतालों में भी टीबी के मरीजों की जांच की गई है।
-मुहम्मद जावेद, जिला कार्यक्रम समन्वयक टीबी कंट्रोल