सम्भल में बीवी की अनोखी फरियाद, शौहर झगड़ता नहीं, इसलिए तलाक चाहिए
शौहर ने नहीं किया झगड़ा तो बीवी ने शरई अदालत में डाली तलाक की अर्जी। यहां सुनवाई न होने पर तलाक को लेकर पंचायत हुई लेकिन वहां भी कोई नतीजा नहीं निकला।
सम्भल, जेएनएन। शहर के सरायतरीन में एक अजीब मामला सामने आया है। शादी के 18 महीने गुजरने के बाद भी किसी भी बात को लेकर शौहर से कहासुनी नहीं हुई। न ही किसी बात पर झगड़ा हुआ । इसी बात से नाराज होकर पत्नी ने पति से तलाक मांगा तो यह मामला शहर में चर्चा का विषय बना गया। इस मामले को लेकर पत्नी ने शरई अदालत में अर्जी लगाई। जब उलमा ने पूरा मामला सुना तो अदालत ने अर्जी को खारिज कर दिया। इसके बाद मोहल्ले के लोगो की पंचायत में पत्नीे ने मामला रखा। दिनभर पंचायत होती रही कोई हल नही निकल पाया।
दरअसल जब मियां बीबी को लगता है कि वे एक-दूसरे के साथ खुश नहीं रह सकेंगे, तो वह अपने रिश्ते को खत्म करने का फैसला लेते हैं। शौहर बीबी को तलाक दे देता है। शहर में एक मामला ऐसा आया हैं कि एक बीवी ने सिर्फ इसलिए शौहर से तलाक मांग लिया, क्योंकि वो उससे हद से ज्यादा प्यार करता था। बीबी शौहर की इस बात से नाराज थी कि 18 महीने की शादी में उसके शौहर ने ना ही कभी उससे झगड़ा किया और ना ही उसे दुखी होने दिया। इस पर शौहर का कहना है कि वह तो सिर्फ अच्छा शौहर बनना चाहता हैं। शरई कोर्ट में महिला ने तलाक के लिए अर्जी दी है। बीवी शौहर के ज्यादा प्यार को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है, इसलिए उसने तलाक का फैसला किया है।
शरई कोर्ट से कहा वह मुझ पर कभी चिल्लाता नहीं है और न ही उसने मुझे कभी उदास होने दिया। न ही झगड़ता हैं। इसलिये मुझे तलाक चाहिए।
ज्यादा प्यार से होने लगी घुटन
महिला ने कोर्ट को बताया मैं इतने ज्यादा प्यार से घुटन महसूस करने लगी हूं। वह कभी-कभी मेरे लिए खाना पकाता है और घर के काम में मेरी मदद भी करता है। 18 महीने की शादी में हमारा एक बार भी झगड़ा नहीं हुआ।
शौहर से एक झगड़े के लिए तरस गई
बीवी ने आगे कहा, मैं एक झगड़े के तरस रही हूं, जो मेरे रोमांटिक पति के साथ असंभव है। वह मुझे हमेशा माफ कर देता है। मैं उसके साथ बहस करना चाहती हूं। मुझे ऐसी जिंदगी नहीं चाहिए, जिसमें मेरा पति मेरी हर बात माने।
बढ़िया पति साबित होना मकसद
वहीं,म शौहर का कहना है कि उसने कुछ गलत नहीं किया। उसका मकसद एक परफेक्ट पति बनने का रहा है। यहां तक कि उसने शरिया अदालत से अपील की कि उसकी बीवी को केस वापस लेने के लिए कहा जाए। अदालत ने मियां बीवी को आपसी मतभेद सुलझाने के लिए कहा है। अदालत ने मामला खारिज कर दिया।
पंचायत में पहुंचा मामला
शरई अदालत द्वारा मामला खारिज करने पर बीवी ने मोहल्ले के जिम्मेदार लोगों से पंचायत लगाकर तलाक की मांग की। शरई अदालत के उलेमाओं से बात व दोनो मियां बीवी से पूरा वाकया जानने के बाद पंचायत ने भी यह मामला घर पर ही सुलझाने को कहा।