मुरादाबाद में रोडवेज की 12 बसें सिर्फ खड़ी रहती हैं, जानिये क्यों इन बसों को नहीं चलाया जा रहा
होली की भीड़ के लिए रोडवेज प्रबंधन ने 25 मार्च से अतिरिक्त बसों को चलाने की योजना बनाई है। रोडवेज मुख्यालय ने मार्च के प्रथम सप्ताह में बसों की मरम्मत के लिए 20 लाख रुपये अतिरिक्त बजट आवंटित किया था। खराब बैट्री बदलने के लिए 50 नई दी गई है।
मुरादाबाद, जेएनएन। होली की भीड़ के लिए रोडवेज प्रबंधन ने 25 मार्च से अतिरिक्त बसों को चलाने की योजना बनाई है। रोडवेज मुख्यालय ने मार्च के प्रथम सप्ताह में बसों की मरम्मत के लिए 20 लाख रुपये अतिरिक्त बजट आवंटित किया था। बसों की खराब बैट्री बदलने के लिए 50 नई बैट्री दी गई है। बजट मिलते ही छोटी-मोटी खराबी वाली बसों की मरम्मत शुरू कर दी गई है। मिले बजट से 40 बसों को मरम्मत के बाद चलाना भी शुरू कर दिया गया है। लेकिन 12 बसें ऐसी हैं जो अभी तक डिपो में खड़ी हैं। इनके इंजन में खराबी है। बजट के अभाव में मरम्मत का काम रुका हुआ है। दरअसल इनकी मरम्मत के लिए जिन कलपुर्जों की जरूरत है वह अभी नहीं मिल सके हैं। इसके लिए मुख्यालय से कलपुर्जें किस्तों में भेजे जा रहे है। कलपूर्जे के अभाव में इंजन की मरम्मत का काम रुका हुआ है। दुर्घटनाग्रस्त बसों की मरम्मत शुरू हो गई है। एसी की मरम्मत के लिए राजस्थान से आए इंजीनियर ने काम शुरू कर दिया। दोनों काम पूरा होने के बाद बॉडी की मरम्मत के लिए बसों को कानपुर भेजा जाएगा। कोरोना संक्रमण के कारण यात्री नहीं मिलने से रोडवेज ने काफी बसों का परमिट परिवहन विभाग में सरेंडर कर दिया था। यात्रियों की भीड़ बढ़ने के साथ रोडवेज अधिकारी धीरे-धीरे सरेंडर परमिट वापस लेना शुरू कर दिया था। वर्तमान में बीस बसों का परमिट सरेंडर था। होली में अतिरिक्त बसों को चलाने के लिए सभी सरेंडर बसों का परमिट वापस ले लिया है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (पीतल नगरी) इंजन की मरम्मत के लिए कलपूर्जे नहीं मिल रहे हैं, इसलिए 12 बसें डिपो में खड़ी है। कलपुर्जे मिलने से इंजन तैयार हो जाएगा। होली में अतिरिक्त बसों को चलाने की व्यवस्था कर ली गई है।