Hunar Haat in Rampur : विश्वकर्मा वाटिका में हुनरमंद दिखा रहे हुनर का कमाल, कई राज्यों से आए हैं दस्तकार
Hunar Haat in Rampur नसीम भाई हाथोंहाथ चूड़ियां तैयार कर रहे हैं तो सुरेंद्र पाल खादी बना रहे हैं। इसी तरह लाल सिंह प्रजापति मिट्टी के बर्तन बना रहे हैं। इनकी कला को देख कर हर किसी के मुंह से यही निकल रहा है वाकई कमाल है।
मुरादाबाद [मुस्लेमीन]। Hunar Haat in Rampur : भारत सरकार की ओर से रामपुर में लगे हुनर हाट में देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति देखने को मिल रही है, लेकिन विश्वकर्मा वाटिका अपने आप में कमाल है। इसमें दस्तकार और शिल्पकार लोगों के सामने अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। नसीम भाई हाथोंहाथ चूड़ियां तैयार कर रहे हैं तो सुरेंद्र पाल खादी बना रहे हैं। इसी तरह लाल सिंह प्रजापति मिट्टी के बर्तन बना रहे हैं। इनकी कला को देख कर हर किसी के मुंह से यही निकल रहा है, वाकई कमाल है। केंद्रीय मंत्रियों ने भी इनकी जमकर तारीफ की।
रामपुर में शनिवार से हुनर हाट का शुभारंभ हो गया। 10 दिन चलने वाला हुनर हाट पहले दिन ही लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गया। इसका शुभारंभ केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया। इस मौके पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, प्रदेश के राज्य मंत्री बल्देव सिंह औलख भी मौजूद रहे। चारों ही मंत्रियों ने पूरे हुनर हाट का निरीक्षण किया। हाट में बन रहे पकवानों का मेरा गांव-मेरा देश सेक्शन में बैठकर मजा लिया। हुनर हाट में देश के कोने-कोने के लजीज पकवान मौजूद हैं। मुरादाबादी दाल, बिहार का लिट्टी चोखा और हैदराबादी बिरयानी का लोग खूब मजा ले रहे हैं।चारों मंत्री हुनर हाट में सभी स्टालों पर घूमे। विश्वकर्मा वाटिका को देखर उनके कदम रुक गए। यहां काम कर रहे हुनरमंदों की कला को काफी देर तक निहारते रहे। शिक्षा मंत्री प्रधान ने नसीम के चूड़ी बनाने की प्रशंसा की तो श्री मेघवाल ने खादी बना रहे सुरेंद्र पाल की जमकर तारीफ की। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से लगे हुनर हाट में देश के 30 राज्यों एवं केंद्र शासित राज्यों के दस्तकार एवं शिल्पकार पहुंचे हैं, जाे अपने साथ अपने हुनर से बनाए उत्पाद भी लाए हैं। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मणिपुर, झारखंड, गोवा, दिल्ली, नागालैंड, उत्तराखंड, कर्नाटक, लद्दाख, हरियाणा, गुजराज, महाराष्ट्र, तमिलनाड़े, छत्तीस गढ़, केरल, आंध्रप्रदेश से हुनर के उस्ताद आए हैं। यह हुनरमंद अपने साथ लकड़ी, ब्रास, बांस, शीशा, कागज, मिटटी आदि के शानदार उत्पाद लाए हैं। लकड़ी और मिटटी के उत्पाद, जड़ी बूटियां, बैत के सामान, बांस, आयल पेंटिंग, फ्लावर आदि उत्पाद उपलब्ध हैं।