पूर्व नगर विकास मंत्री आजम खां पर कसा कानून का शिंकजा, जानिए क्यों
मुरादाबाद : पूर्व मंत्री आजम खां के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
By Edited By: Published: Fri, 28 Sep 2018 01:12 PM (IST)Updated: Fri, 28 Sep 2018 01:56 PM (IST)
मुरादाबाद : पूर्व मंत्री आजम खां के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मुकदमे में आइटी एक्ट की धारा होने के चलते साइबर सेल की भी मदद ली जा रही है। उधर मुकदमा दर्ज होने के बाद पूर्व मंत्री के विरोधियों ने उनकी गिरफ्तारी की मांग शुरू कर दी है। ऐसे में तरह तरह के कयास लगाएं जा रहे हैं। विरोधियों का उम्मीद है कि सपा के दिग्गज नेता व पूर्व नगर विकास मंत्री पर कभी भी कानून का शिंकजा कस सकता है। आजम खां के खिलाफ दर्ज मुकदमे में जांच शुरू, आरिफ रजा की शिकायत पर दर्ज हुआ है मुकदमा, -मुकदमा दर्ज कराने वाले आरिफ रजा खां की शिकायत पर गंज कोतवाली पुलिस ने पूर्व मंत्री आजम खां और उनके समर्थकों के खिलाफ बलवा करने, धमकी देने, घर में घुसने, गाली गलौज, आइटी एक्ट आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमे में आजम खां के अलावा उनके समर्थकों फरहान, सलमान शमसी और उजैर खां को भी नामजद किया है। आरिफ खां ने कहा कि पूर्व मंत्री और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। साथ ही आरोप लगाया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद पूर्व मंत्री द्वारा परेशान किया जा रहा है। उनके समर्थक अब भी खुलेआम घूम रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। पूर्व मंत्री ने भी कहा- जल्द से जल्द हो गिरफ्तारी -पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां के बेटे नवाबजादा हैदर अली खां ने प्रेस को जारी वक्तव्य में कहा कि इस मुकदमे में आरोपित पूर्व मंत्री और उनके समर्थकों को पुलिस जल्द से जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजे। इनके द्वारा पड़ोसी के साथ की घटना शर्मनाक है। जमीन घपले में आजम के खिलाफ जांच को टीम गठित - पूर्व मंत्री आजम खां पर अब जमीनों की हेराफेरी का आरोप लगा है। इस मामले में भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के पश्चिमी क्षेत्रीय संयोजक आकाश सक्सेना ने मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत की। उसके बाद जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर ¨सह ने जांच के लिए छह अधिकारियों की टीम बना दी है। टीम अपर जिलाधिकारी के नेतृत्व में जांच करेगी। भाजपा नेता का आरोप है कि सपा सरकार में मंत्री रहे आजम खां ने निजी लाभ के लिए सरकार को करोड़ों रुपये की क्षति पहुंचाते हुए बैराज मंजूर कराया। बैराज सिर्फ जौहर यूनिवर्सिटी की खूबसूरती और पिकनिक स्पॉट के लिए बनाया जा रहा है। बैराज मंजूर होने से पहले आजम खां ने विभिन्न नामों से बैराज के आसपास की जमीन गरीब किसानों से सस्ते दामों पर खरीद ली। बैराज मंजूर होने के बाद वहां सर्किल रेट कई गुणा बढ़ा दिया गया। इसका सीधा लाभ गरीब किसानों के बजाय पूर्व मंत्री को मिलेगा। उन्होंने पुराने लालपुर पुल तोड़ने की भी शिकायत मुख्यमंत्री से की। गठित टीम में वरिष्ठ अधिकारी शामिल - गठित जांच टीम में एआइजी स्टांप, एसडीएम सदर और टांडा, तहसीलदार सदर और टांडा व ¨सचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को शामिल किया है। भाजपा नेता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने भी दोनों मामलों की जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
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