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देश के बिगड़ते हालात पर इस्तीफा दें गृह मंत्री: जयंत Sambhal news

रालोद के उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद जयंत चौधरी प्रेसवार्ता में भाजपा की सरकारों पर जमकर बरसे। बोले सरकार की नीतियां गलत है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 11:30 AM (IST)Updated: Thu, 09 Jan 2020 11:30 AM (IST)
देश के बिगड़ते हालात पर इस्तीफा दें गृह मंत्री: जयंत Sambhal news
देश के बिगड़ते हालात पर इस्तीफा दें गृह मंत्री: जयंत Sambhal news

सम्भल: समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क के आवास पर उनके पोते जियाउर्रहमान बर्क के निकाह की बधाई देने पहुंचे रालोद के उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद जयंत चौधरी प्रेसवार्ता में भाजपा की सरकारों पर जमकर बरसे। बोले सरकार की नीतियां गलत है। भाजपा ने विश्वविद्यालयों को राजनीति का अखाड़ा बना दिया है। जबकि लोकतंत्र में छात्रों का अहम योगदान है। वह जाति व धर्म से ऊपर उठकर हैं। सही मायने में तो देश के गृहमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। क्योंकि उनकी जवाबदेही बनती है। पुलिस फोर्स पर आरोप लग रहे हैं। इसमें सुधार कौन करेगा। यूपी की कानून व्यवस्था भी बद से बदतर हो गई है। अपराध नहीं रूक रहे हैं। पुलिस को दूसरे काम में लगा दिया गया है। 

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किसान की दुर्दशा पर घिरती जा रही है सरकार 

बुधवार को उन्होंने कहा कि सीएए को लेकर शांति पूर्ण ढंग से आंदोलन करने वालों को पुलिस ने पकड़ा। ज्यादातर निर्दोष लोग पकड़े गए हैं। भाजपा सरकार अब देश के विश्वविद्यालयों को घेर रही है। यह राजनैतिक षड्यंत्र है। क्योंकि वहां पर पढऩे के बाद यूथ नौकरी मांगेंगे, जबकि बेरोजगारी ज्यादा है। खराब अर्थव्यवस्था व किसान की दुर्दशा पर जब सरकार घिरती है तो इस प्रकार के मुद्दे को उछाल देती है। सभी को पता है कि नकाबपोश कौन थे और किसके इशारे पर वह पहुंचे। कुछ लोगों का कहना है कि जामिया में पुलिस घुसी, लेकिन यहां पर अंदर नहीं घुसी। प्रोफेसर को पीटे जाने को निम्न स्तर की सोच बताते हुए कहाकि यह कौन से संस्कार व कौन सा धर्म है, जिसमें गुरु के साथ मारपीट की बात कही गई हो। 

पुलिस के कामकाज में नहीं होना चाहिए दखल 

उन्होंने कहा कि उनके दादा चौधरी चरण सिंह ने ही पहले पुलिस आयोग का गठन किया था तो उनकी बड़ी सोच थी कि राजनैतिक दखल पुलिस के कामकाज में नहीं होना चाहिए। अब पूरी तरह से पुलिस व देश की सारी संस्थाओं को इन्होंने अपनी राजनीति का हिस्सा बना दिया। प्रेसवार्ता के दौरान सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क और उनके पोते जियाउर्रहमान बर्क भी मौजूद रहे।


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