ऐतिहासिक तिगरी गंगा मेले का शुभारंभ आज, कुंभ की तर्ज पर होगी निगरानी, श्रद्धालुओं के लिए हैं ये इंतजाम Amroha News
कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान व चौधरी भूपेंद्र सिंह करेंगे शुभारंभ जिला प्रशासन ने दुरुस्त की तैयारियां। सुरक्षा व्यवस्था के लिए मंगवाए गए ड्रोन नाव आदि मंगवाई गईं।
गजरौला, जेएनएन। कार्तिक पूर्णिमा के उपलक्ष्य में तिगरीधाम में लगने वाले गंगा मेले का शुभारंभ आज होगा। प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान व चौधरी भूपेंद्र सिंह मेले का शुभारंभ करेेंगे। चारों तरफ डेरे-तंबू, दुकानें, रोशनी से जगमगाती सड़कें, हंसी-खुशी उमड़ते श्रद्धालु नजर आ रहे हैं। झूले-सर्कस भी लगभग तैयार हो गए हैं। सुरक्षा को पुलिस ने भी कमर कस ली है। पूरे मेले को अपने घेरे में ले लिया है। अधिकारी सड़क, हैंडपंप, शौचालय, स्नान घाट, बिजली इत्यादि के विस्तार व बचे कार्य को पूरा करने के लिए लगातार दौरा कर रहे हैं।
13 नवंबर तक चलेगा मेला
छह दिवसीय यानी आठ से 13 नवंबर तक चलने वाले तिगरी गंगा मेले की तैयारियों को लेकर महीनों से जिला पंचायत व प्रशासन जिस घड़ी के लिए कसरत कर रहे हैं, वो बस नजदीक ही आ पहुंची है। शुक्रवार को अपराह्न चार बजे मेले का शुभारंभ हो होगा। इसके लिए दिन भर तैयारियों का दौर चलता रहा। जिला पंचायत के अधिकारी ठेकेदारों को साथ लेकर श्रद्धालुओं के सेक्टरों में सड़क, बिजली, हैंडपंप, शौचालय, स्नान घाट इत्यादि के कार्यों को पूरा कराते रहे। इधर पुलिस मेले में उमडऩे वाले श्रद्धालुओं की भीड़ के हिसाब से पुलिस कर्मियों को भीड़ वाले क्षेत्र की चौकियों पर भेज सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करती रही। वहीं मेला मजिस्ट्रेट व एसडीएम मांगेराम चौहान शुभारंभ व गंगा तट पर भगवान शिवशंकर की विशाल मूर्ति व आरती स्थल को तैयार कराने में जुटे रहे। मनोरंजन को झूले-सर्कस भी तैयार हो रहे हैं, जिन्हें कल तक चालू हो जाने का दावा किया जा रहा है। सदरगेट क्षेत्र को भी सजाने व संवारने का काम देर रात तक जारी था। यहां देवी-देवताओं के दरबार की तरह मूर्तियां सजाई गई है, जो श्रद्धालुओं में भक्ति भाव को जगा रही हैं।
देर रात तक उमड़ते रहे श्रद्धालु
ट्रैक्टर-ट्रालियों, भैंसा-बुग्गी, निजी चार पहिया व दो पहिया वाहनों से श्रद्धालुओं के उमडऩे का क्रम देर रात तक जारी रहा। ट्रैक्टर-ट्रालियों, भैंसा-बुग्गी, निजी चार पहिया वाहन सवार श्रद्धालुओं के कारण दूसरे दिन भी शहर में जाम की स्थिति बनी रही। तिगरी रोड से लेकर मेला स्थल तक जाम से जूझ रहा था। उधर मेला स्थल पर श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ से आयोजकों की धड़कनें तेज कर रही हंै। चूंकि उनकी तैयारियों की परीक्षा का दौर चालू हो रहा है।
श्रद्धा, भक्ति, आस्था के संगम में पहुंचे तीन लाख श्रद्धालु
उत्तरी भारत का ऐतिहासिक तिगरी गंगा मेला श्रद्धालुओं के लिए तैयार हो गया है। श्रद्धा, भक्ति, आस्था के संगम वाले इस मेले की सैर करने आप पहुंच सकते हैं। गुरुवार की शाम तक मेला स्थल पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की अनुमानित संख्या तीन लाख से ऊपर आंकी जाने लगी है। चूंकि 14 सेक्टर वाले मेला स्थल पर चारों तरफ तंबू, झूले-सर्कस, घाटों पर श्रद्धालुओं का स्नान, शिविरों में श्रद्धालुओं की चहल-पहल नजर आ रही है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस भी सतर्क हो गई है। पुलिस सेक्टर, घाट, ढाल आदि अपने चौकियां स्थापित कर दी हैं।
मेलाधाम पहुंचने के हैं दो रास्ते
तिगरी गंगा मेला पहुंचने के दो ही प्रमुख रास्ते हैं। पहला गजरौला से तिगरी होकर जाने वाला मुख्य मार्ग हैं। नेशनल हाईवे से गजरौला चौपला, भानपुर रेलवे फाटक के माध्यम से कुमराला पुलिस चौकी होते हुए सीधे तिगरी पहुंच जाएंगे। यदि आपके पास जाने का साधन ट्रैक्टर ट्राली जैसा है तो तिगरीधाम के प्रवेशद्वार शिव मंदिर मूर्ति से कुछ पहले पडऩे वाले पुलिस बेरियर के समीप बाई तरफ ट्रैक्टर रोड मिलेगी। यह रोड सीधे सेक्टर 14 में प्रवेश कराएगी, जहां श्रद्धालु के ठहरने को डेरे डालने की पर्याप्त जगह व स्नान के लिए घाट है। यहीं से अन्य सेक्टरों के रास्ते मिल जाएंगे। कार व बाइक साधन होने पर शिव मृर्ति चौक से बाई तरफ कटने वाली सड़क गांव में होकर मेला स्थल पर पहुंचाएगी। वीआइपी श्रेणी वाले अथवा पुलिस व प्रशासनिक अमले के लिए इसी मूर्ति वाले स्थान से सीधा रास्ता है, जो सेक्टर संख्या एक व दो होते हुए गंगा रोड के माध्यम से मेला स्थल पहुंचाएगा। जहां शुरूआत में कुछ स्वयं सेवी संगठनों, माननीयों , प्रशासनिक अधिकारियों के शिविर लगे हैं। गंगाद्वार के बीच से सीधा मेला कोतवाली, अस्पताल व स्काउट शिविर, जिला पंचायत, टेंट, हैंडपंप, बिजली इत्यादि सुविधाओं वाले ठेकेदारों के शिविरों से होते हुए सदर संतर पर पहुंचा देगा, जो इस बार भव्य सजा है।
गंगा रोड किनारे घाट तो सदर गेट के समीप झूले सर्कस
पूर्व की भांति इस बार भी गंगा रोड से सटे सेक्टरों पर ही स्नान घाट बनाए गए हैं। सेक्टर एक व दो के सामने स्नान घाट बने हैं। इसी तरह कुछ आगे और फिर अंत में सेक्टर 11 के सामने स्नान घाट हैं। सदर गेट के सामने मीना बाजार, झूले-सर्कस, चाट-पकौड़ी की दुकानें हैं। इसी क्षेत्र के चारों तरफ अन्य सामाजिक व धार्मिक संगठनों के शिविर इत्यादि हैं। सदरगेट पर स्काउट गाइड का शिविर है, जहां खोए-पाए के संदर्भ में रात दिन सूचना केंद्र चालू रहता हैं।