नाइयों ने खोलीं दुकानें, काटे अनुसूचित जाति के लोगों के बाल Moradabad News
गांव पीपलसाना में मुस्लिम समाज के नाईयों और अनुसूचित जाति के लोगों के बीच बाल काटने को लेकर हुआ विवाद अब शांत हो गया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। भोजपुर में पुलिस और प्रशासन की सख्ती के बाद पीपलसाना गांव में चार दिन से बंद नाईयों की दुकानें रविवार को खुल गईं। अनुसूचित जाति के लोगों ने बाल कटवाए और शेविंग भी कराई। मामले में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद इस मुद्दे को लेकर सियासत करने वालों ने भी किनारा कर लिया।
यह है पूरा मामला
बाल काटने को लेकर विवाद छह जुलाई से शुरू हुआ था। गांव पीपलसाना के अनुसूचित जाति के लोगों के बाल मुस्लिम नाइयों ने काटने से इन्कार कर दिया था। इस बात को लेकर पहले दोनों पक्षों में बातचीत हुई लेकिन, बात नहीं बनने पर पीडि़तों ने थानाध्यक्ष से शिकायत की थी। थाने में सुनवाई न होने पर पीडि़तों ने 10 जुलाई को एसएसपी अमित पाठक से शिकायत की कि उनके गांव के नाई जाति के आधार पर भेदभाव कर रहे हैं। एसएसपी ने मामले को गंभीरता लिया। 12 जुलाई को एसडीएम सदर और सीओ ठाकुरद्वारा विशाल यादव से जांच कराई। शिकायत सही मिली। इसके बाद अधिकारियों की मौजूदगी में दोनों पक्ष में थाने में समझौता हो गया। समझौते के बाद सलमानी समाज के लोगों ने बैठक की। समझौता नकारते हुए बाल नहीं काटने का फैसला किया। इतना ही नहीं वे अपनी दुकानों में ताले लगाकर घर चले गए। शनिवार देर शाम उच्चाधिकारियों के आदेश पर पुलिस ने पीपलसाना निवासी महेश चंद्र की तहरीर पर इश्हाक सलमानी, रियाज आलम अंसारी और जाहिद सलमानी को नामजद करते हुए 15 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी।
सीओ ठाकुरद्वारा विशाल यादव को मामले की विवेचना सौंप दी गई। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद देर शाम नाईयों ने अपनी दुकान खोल लीं। रविवार की सुबह पहुंचकर अनुसूचित जाति के लोगों ने अपने बाल कटवाए और शेविंग कराई।
सीओ कर रहे मामले की विवेचना
सीओ ठाकुरद्वारा मामले की विवेचना कर रहे हैं। विवेचना के दौरान जो तथ्य सामने आएंगे उसके मुताबिक कार्रवाई होगी। एहतियातन गांव में पुलिसकर्मी तैनात हैं, जो गांव के रास्तों पर भ्रमण कर हर गतिविधि पर नजर रखे हैं।
-उदय शंकर सिंह, एसपी देहात, मुरादाबाद।