Moradabad Gunman Murder case : बदला लेने के लिए पूर्व सुरक्षा गार्ड ने ही की थी गनमैन की हत्या, दो गिरफ्तार
Moradabad Gunman Murder case आरोपितों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। दोनों का चालान करके न्यायालय में पेश कर दिया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
मुरादाबाद, जेएनएन। दिल्ली रोड स्थित आकांक्षा ऑटोमोबाइल्स के गनमैन शाकिर अली की गोली मारकर हत्या करने वाला उन्हीं की कंपनी का पूर्व सुरक्षा गार्ड सुरेश शर्मा निकला। उसने अपने साथी के साथ मिलकर मंगलवार की रात एक साल दो महीने पहले हुई पिटाई का बदला लेने के लिए गोली मारकर हत्या कर दी। सीसीटीवी फुटेज के जरिए उसकी पहचान होने पर पुलिस ने आरोपित को एक अन्य साथी के साथ गिरफ्तार करके घटना का पर्दाफाश कर दिया।
गुरुवार को एसपी सिटी अमित कुमार आनंद और एएसपी सिविल लाइंस कुलदीप सिंह गुनावत ने मझोला थाने में प्रेस कांफ्रेंंस करके घटना का पर्दाफाश किया। एसपी सिटी ने बताया कि सवा साल पहले सुरेश शर्मा निवासी बीरमपुर, थाना बिलारी भी आकांक्षा मारूति कार शोरूम में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता था। उसके पास रायफल है। आरडी शर्मा की सिक्योरिटी कंपनी की तरफ से उसे आकांक्षा शोरूम में भेजा गया था। वह एकता विहार में रहकर नौकरी कर रहा था। शाकिर आकांक्षा ऑटोमोबाइल्स कंपनी की तरफ से गनमैन था। उस समय तो वह कंपनी के मालिक अमित गोयल का बॉडीगार्ड भी बनकर चलता था। इसलिए शाकिर का कंपनी में अच्छा रूतबा था। इतना ही नहीं शाकिर अपनी ताकत का दूसरे गार्डों को अहसास भी कराता रहता था। इस दौरान वेतन के रुपयों को लेकर कंपनी के सुपरवाइजर से उसका विवाद हो गया था। शाकिर ने बेवजह बीच में कूदकर उससे झगड़ा कर लिया था। 12 जून को सुरेश पर 6-7 लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया था। इस मामले में सुरेश ने आरोपितों के खिलाफ थाना मझोला में मुकदमा दर्ज करा दिया था। सुरेश अस्पताल में भर्ती रहा। लेकिन, शाकिर उसे देखने तक नहीं गया। सुरेश ने पुलिस को बताया कि बाद में उसे पता लगा कि उस पर हमला कराने में शाकिर का हाथ है। इसके बाद से ही उसने शाकिर से बदला लेने का मन बना लिया था। बीच में बाहर नौकरी करने लगा था। डेढ़ महीने पहले उसे आकांक्षा ऑटोमोबाइल्स के पास पार्थ ओवरसीज में सुरक्षा गार्ड की नाैकरी मिल गई, तभी से उसने शाकिर से बदला लेने के लिए उसकी हत्या करने की योजना बनानी शुरू कर दी। सुरेश के मुताबिक मंगलवार को उसकी फैक्ट्री में कोई नहीं था। वह घटना से करीब एक घंटा पहले बाइक से अपने साथी शुभम के साथ आकांक्षा ऑटोमाेबाइल्स के पास पहुंचा। शुभम से कहा कि मेरा दोस्त यहां नौकरी करता है। देखता हूं, आया है या नहीं। रेकी करके वापस लौट गया। इसके बाद वह अपने साथी ऋषिपाल सिंह गूर्जर को यह कहकर साथ ले आया कहा चलो अभी आते हैं।
दोनों पैदल ही 2:50 बजे आकांक्षा कार शोरूम पहुंचे। पहले उन्होंने कंपनी के मैनगेट को तोड़ने की कोशिश की। लेकिन नहीं खुला। इसके बाद सुरेश कंपनी के बायीं तरफ वाले रास्ते पर पहुंचा। वहां देखा तो शाकिर बेंच पर चाहरदीवारी के पास गहरी नींद सोया था। उसने बाहर से ही अपनी लाइसेंसी रायफल से शाकिर को पीठ में गोली मारी। गोली सीना चीरती हुई निकल गई। शाकिर की हत्या के बाद सुरेश और ऋषिपाल हत्या करने के बाद एकता कालोनी पहुंचे। सीसीटीवी फुटेज से दोनों की पहचान होने पर पुलिस दोनों को पकड़ लाई।
सोते समय गोली मारकर की थी हत्या
थाना सिविल लाइंस क्षेत्र के भोला सिंह की मिलक गांव निवासी शाकिर अली सलमानी (46) दिल्ली रोड स्थित आकांक्षा मारुति कार शोरूम में गनमैन की नौकरी करते थे। मंगलवार की शाम करीब 6:30 बजे वह ड्यूटी पर आए थे। शोरूम के तीन गेट हैं। गेट नंबर एक पर शाकिर की ड्यूटी थी। इसके अन्य दो गेटों पर गार्ड उमेश कुमार और संजय चौहान की ड्यूटी थी। बंदूक कंपनी की कार में रखकर शाकिर सुरक्षा गार्ड रूम के बराबर में लोहे की बेेंच पर दरी बिछाकर लेटे हुए थे। इस दौरान रात करीब पौने तीन बजे बाहर से उनको गोली मार दी। गोली पीठ में लगी और सीने को चीरती हुई निकल गई। हिम्मत करके शाकिर ने पत्नी मुन्नी बेगम को फोन मिलाकर कहा कि मुझे गोली मार दी है, जल्द आ जाओ। इसके बाद घटना की जानकारी मिली थी।